गोड्डा: हेमंत सोरेन की खतियानी जोहार यात्रा का काफिला गोड्डा पहुंचा (CM Hemant Soren Khatiyani Johar Yatra). इस दौरान गोड्डा मेला मैदान में आम लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्र की भाजपा सरकार राज्य के सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उचित पैसा देने पर भी झारखंड की बिजली में कटौती करती है तो कभी अनाज आपूर्ति बंद करती है. केंद्र की भाजपा सरकार बेईमान और निकम्मी है.
सीएम हेमंत सोरेन ने झारखंड में कुपोषण और बीमारी की वजह भाजपा की गलत नीतियों को बताया. उन्होंने कहा कि राज्य में पशुपालकों को भाजपा पशु तस्कर बताती है, जिस कारण राज्य से गाय और बकरी सब समाप्त हो रहा है. ये सब समाप्त हो जाएंगे तो गांव के लोगों को दूध दही मांस कहां खाने को मिलेगा.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जो भी व्यक्ति 1932 के खतियान का विरोध करेगा वह राज्य विरोधी होगा. उन्होने कहा कि भाजपा के डबल इंजन में एक राज्य गड़बड़ा गया, दूसरा जो केंद्र में है वह भी जाएगा. उसी भाजपा के लोग बौखला गए है और उल जलूल बकते रहते हैं. OPS , पारा टीचर के वेतनमान, 60 से उपर के लोगों को पेंशन जैसी स्कीम को गिनाते हुए कहा कि सरकार तेजी से काम कर रही है.
वहीं, विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने सुखाड़ से प्रभावित किसानों को राहत दिलाने की ओर सीएम का ध्यान आकृष्ट कराया, तो दूसरी ओर अडानी पावर प्लांट से मिलने वाले 25 प्रतिशत बिजली को गोड्डा को देने और स्थानीय लोगों को 75 प्रतिशत रोजगार देने की मांग रखी. विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि कोरोना काल में लोग मर रहे थे तो हेमंत सोरेन की सरकार ने मजदूरों को बस, रेल और हवाई जहाज में झारखंड वापस बुलाया. आज के लोक कल्याणकारी योजना राज्य में चल रही है, लेकिन 1932 खतियान से कुछ लोगों को पेट में दर्द हो रहा है. इस दौरान मंत्री आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता ने भी विकास योजनाओं को गिनाया.
मंच पर भाजपा नेता हेमलाल मुर्मू की मौजूदगी चर्चा में रही, पूर्व सांसद और विधायक हेमलाल मुर्मू कभी शिबू सोरेन के करीबी रहे हैं, लेकिन बाद में टिकट को लेकर हेमंत सोरेन से खटास के बाद वे झामुमो से अलग होकर हेमंत सोरेन के विरुद्ध भाजपा से चुनाव लड़े. लेकिन भाजपा में जाने के बाद कभी जीत नहीं पाए. माना जा रहा है कि अब एक बार फिर झामुमो में घर वापसी की कोशिश कर रहे हैं.