गोड्डा: जिला परिषद चेयरमैन चुनाव को लेकर गोड्डा में खूब राजनीतिक ड्रामेबाजी चल रही है, जिसमें सभी राजनीतिक दलों के दिग्गज सीधे-सीधे अपने-अपने दांव चल रहे हैं. इसी राजनीतिक घटना क्रम के तहत बीती रात पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव की गाड़ी को महगामा में कुछ लोगों ने घेर लिया. उनकी गाड़ी में जिला परिषद अध्यक्ष की दौड़ में शामिल एक प्रत्याशी रंजना सिंह भी मौजूद थे. गाड़ी घेरने वाले भीड़ का आरोप है कि प्रदीप यादव, उनके स्थानीय जिला परिषद सदस्य बीबी नगमा आरा और गोड्डा 17 से जीती हुई जिप सदस्य के पति किंकर सिंह को अपहरण कर जबरन ले जा रहे थे. इसी कारण से गाड़ी को काफी देर रोके रखा गया. उनकी माने तो भीड़ का फायदा उठा किंकर सिंह भाग गए, उन्हें पुलिस सुरक्षा में भेज दिया गया.
किंकर सिंह ने प्रदीप यादव पर लगाया आरोप: भीड़ के हंगामे के दौरान राजद नेता और पूर्व विधायक संजय यादव भी पहुंचे. उन्होंने कहा सभी प्रयास करते हैं. मेरी सरहज भी चुनाव जीती है मैं भी प्रयास करता हूं लेकिन, प्रदीप यादव का ये तरीका गलत है. वही किंकर सिंह का कहना है कि विधायक प्रदीप यादव ने उनका अपहरण करवाया और धमकाया. जैसे तैसे भागकर महगामा में मामला दर्ज कराया है.
बीबी नगमा आरा ने किंकर सिंह पर लगाया आरोप: इसी बीच अपहरण में जिस दूसरे सदस्य का नाम आया वो है बीबी नगमा आरा, जिसने साफ कर दिया कि उनका कोई अपहरण नहीं हुआ है. उसने खुद रंजना सिंह को बुलाया था. प्रदीप यादव भी उनके कहने पर एक समारोह में आये थे. उन्हें प्रदीप यादव ने नहीं बल्कि जिप सदस्य बेबी सिंह के पति किंकर सिंह ने धमकाया और अभद्र व्यवहार किया. वे रंजना के पक्ष में हैं, वो शिक्षित है और उनकी दोस्त भी है. वह लगातार दूसरी दफा जीती है.
सब कुर्सी का चक्कर: इस पूरे खेल में एक तरफ पर्दे के पीछे से राजीनीतिक दल भाजपा के दिग्गज हैं, जिसका समर्थन किंकर सिंह की पत्नी बेबी देवी को प्राप्त है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस नेता प्रदीप यादव हैं, जिसका समर्थन विकास सिंह की पत्नी रंजना सिंह को है. एक नाम राजद पूर्व विधायक संजय यादव का भी है, जो अपने सरहज के लिए जगह तलाश रहे हैं. पूरी कहानी से काफी कुछ साफ है कि सब चक्कर कुर्सी का है. सबके अपने-अपने दावे हैं.