गोड्डा: लोकसभा चुनाव में महागठबंधन और कांग्रेस नेताओं के बीच आपसी किचकिच खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन को लेकर प्रदेश कांग्रेस की कमान डॉ रामेश्वर उरांव को दी गई. लेकिन गोड्डा में मंच पर जो नजारा दिखा उससे इतना तो साफ लग रहा है कि कांग्रेस खेमे में ऑल इज नॉट वेल. कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता फुरकान अंसारी का बगावती तेवर देखने को मिला.
फुरकान ने दिखाए बगावती तेवर
दरअसल, कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान कांग्रेस कार्यालय में एक ओर पार्टी विधायक दल के नेता आलमगीर आलम कह रहे थे कि पहले वाली बात अब नहीं होगी, सब ठीक ठीक हो जाएगा. वहीं प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव कहते है कि उन्हें इस बात का व्यक्तिगत दुख है कि फुरकान अंसारी का टिकट कटा. लेकिन आगे महागठबंधन में मिलकर चुनाव लड़ा जाएगा. बात यहीं नहीं रूकी इतना सुनते ही वरिष्ठ कांग्रेसी नेता फुरकान अंसारी ने मौके पर ही महागठबंधन का विरोध कर दिया. उन्होंने कहा कि वे किसी कीमत पर महागठबंधन के पक्षधर नहीं हैं. वे सिर्फ एक दल के साथ गठबंधन चाहते हैं, इतना ही नहीं उन्होंने सीधे-सीधे जेएमएम का नाम भी ले लिया.
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कांग्रेस में ऑल इज नॉट वेल
फुरकान अंसारी के बगावती अंदाज के बाद रामेश्वर उरांव सकते में आ गए और कहा कि दादा आपकी बात दोनों कान में चली गयी है फिर क्या था मंच पर मौजूद प्रदेश सचिव बिंदु मंडल ने कह दिया कि कान बंद करने से नहीं होगा कार्यकर्ताओं की बात सुननी होगी. कुल मिलाकर इतना तो तय है कि कांग्रेस के अंदरखाने सब कुछ ठीक नहीं है.