गिरिडीहः गिरिडीह के मंगरोडीह में नदी में डूबकर एक साथ चार बच्चों की मौत से छठ पूजा (Chhath puja 2021) की खुशियां मातम में बदल गईं. मुफस्सिल थाना इलाके के जिस मंगरोडीह गांव में खरना के दिन हादसे से हर किसी की आंखें नम दिखीं. इससे पहले बच्चों की जिंदगी की आस में परिजन शव गोद में लेकर चिकित्सालय की ओर दौड़ते-भागते नजर आए. हर कोई पीड़ित परिवार के साथ खड़ा दिखा. घटना पर सदर विधायक सुदिव्य कुमार, पूर्व विधायक निर्भय शाहबादी, जेएमएम जिलाध्यक्ष संजय सिंह, निर्भय सिंह समेत कई लोगों ने दुख व्यक्त किया है.
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पीड़ित परिवार के लिए सहायता की मांग
पूर्व विधायक निर्भय शाहबादी और जेएमएम जिलाध्यक्ष संजय सिंह भी मंगरोडीह पहुंचे. पूर्व विधायक निर्भय शाहबादी ने कहा कि निश्चित तौर पर यह घटना दुखद है. ऐसे में प्रशासन शोकाकुल परिवार की सहायता करे. वहीं जेएमएम जिलाध्यक्ष ने कहा उनकी पार्टी पीड़ित परिवार के साथ है.
दूसरी तरफ घटना की सूचना पर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, कार्यपालक दंडाधिकारी धीरेंद्र कुमार के साथ कई पुलिस अधिकारी भी इस गांव में पहुंचे. यहां पर लोगों से घटना की जानकारी ली. बताया गया कि खरना को लेकर कुछ महिलाएं नदी गईं हुईं थीं. यहां पर इन महिलाओं के साथ गए एक बालक और तीनों बच्चियां नदी में नहाने लगे. इधर महिलाएं वापस लौटीं तो थोड़ी देर के बाद बच्चों की खोजबीन शुरू की गई. लेकिन उनका पता नहीं चला.
शक के आधार पर नदी में खोजबीन शुरू की गई. बच्चों को खोजने के लिए स्थानीय युवक कमलेश कुमार नदी के गहरे पानी में गया, जिसके बाद एक-एक कर चारों बच्चों को निकाला गया और नदी से बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया. जहां चिकित्सकों ने चारों को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद अस्पताल में भी अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया.
इन बच्चों की हुई है मौत
घटना में मंगरोडीह निवासी मदन सिंह की पुत्री सुहाना कुमारी ( 8 वर्ष), महेश सिंह का पुत्र मुन्ना कुमार ( 11 वर्ष) , टिंकू सिंह की पुत्री सोनाक्षी कुमारी (7 वर्ष) व नावाडीह बोकारो निवासी अजय शर्मा की पुत्री दीक्षा कुमारी (6 वर्ष) शामिल हैं.
नानी के घर आई थी दीक्षा
इस घटना में बोकारो के नावाडीह निवासी अजय शर्मा की पुत्री दीक्षा की जान गई है. दीक्षा मंगरोडीह गांव निवासी श्याम सिंह की नतिनी थी. वह छठ पूजा में शामिल होने आई हुई थी. मंगलवार को वह काफी खुश होकर अपने परिजनों के साथ नहाने के लिए नदी गई थी. इस बीच हादसा हो गया.
घटना के बाद दुखी परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम से इंकार कर दिया. परिजनों ने सामूहिक रूप से हस्ताक्षर कर एक आवेदन थाना पुलिस को दिया, जिसमें कहा गया कि चारों बच्चों की मौत नदी में गहरे पानी में डूबने के बाद मौत हुई है. इस घटना को लेकर उन लोगों को किसी पर कोई संदेह नहीं है. इसलिए वे बच्चों के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे.