गिरिडीह: बगोदर प्रखंड के खटैया-पत्थलडीहा में धार्मिक स्थल प्राकृतिक धाम हनुमानगढ़ी में रामनवमी धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन पिछले साल की ही तरह इस साल भी आयोजनकर्ताओं में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से खौफ है. आयोजनकर्ताओं को रामनवमी को लेकर सरकार की गाइडलाइन का इंतजार है. रामनवमी को लेकर बैठक में त्योहार मनाने पर चर्चा की गई.
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वहीं, सरकार की ओर से इसे लेकर अब तक किसी तरह का गाइडलाइन जारी नहीं किए जाने से तैयारी पर अभी ब्रेक लग गया है. प्राकृतिक धाम हनुमानगढ़ी विकास समिति के अध्यक्ष महेश मिश्रा ने कहा कि आगामी रविवार को रामनवमी की तैयारी को अंतिम बैठक होगी, तब तक गाइडलाइन जारी होने की संभावना भी है. कहा कि यहां पिछले कई दशक से रामनवमी के मौके पर मेला लगता रहा है और यहां बगोदर और सरिया प्रखंड के दर्जन भर गांवों के ग्रामीण महाबीरी झंडा के साथ यहां पहुंचते हैं और झंडों का मिलान होता है.
सेनेटाइजर और मास्क की रहेगी व्यवस्था
महेश मिश्रा ने कहा कि कोरोना काल को देखते हुए सरकार के गाइडलाइन के अनुसार ही रामनवमी का त्योहार मनाया जाएगा. वैसे कोरोना संक्रमण के नियंत्रण को लेकर रामनवमी के मौके पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराया जाएगा. इसके लिए दो गज की दूरी पर गोल घेरा बनाया जाएगा और सेनेटाइजर और मास्क की व्यवस्था की जाएगी.
श्रद्धालुओं में अटूट श्रद्धा
बैठक में इस परिसर के सौंदर्यीकरण और विकसित किए जाने पर चर्चा की गई. साथ ही अर्धनिर्मित मंदिर का चल रहे निर्माण कार्य में तेजी लाने पर जोर दिया गया. मान्यता है कि पहाड़ी में स्वंयभू भगवान हनुमान प्रकट हुए हैं. हनुमान की आकृति एक पत्थर में है. यहां बड़ी संख्या में हनुमान लंगूर भी रहता है. इसे लेकर यहां के प्रति श्रद्धालुओं में अटूट श्रद्धा है.