गिरिडीह: तीन माह के बकाया राशन की मांग को लेकर पीरटांड प्रखंड के अरबेका गांव के कार्डधारी लगातार आंदोलन कर रहे हैं. इसी आंदोलन के बीच मामले की जांच करने पहुंचे प्रखंड के पीडीएस गोदाम प्रबंधक कृष्णा नीलम को फजीहत का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों ने गोदाम प्रबंधक और कम्प्यूटर सहायक राजेश कुमार को गांव में ही बैठा लिया.
यह भी पढ़ें: कृषि मंत्री बादल पत्रलेख की जनसुनवाई में फरियादियों ने की शिकायत, कहा- डीलर हर महीने देता है 05 किलो कम अनाज
ग्रामीणों का कहना था कि बकाया अनाज जब तक नहीं दिया जाएगा, तब तक दोनों को छोड़ा नहीं जाएगा. सोमवार की दोपहर से शाम तक दोनों को एक जगह पर बैठाकर रखा गया. बाद में गोदाम के संवेदक संजय राम गांव पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया. जिसके बाद शाम को दोनों को मुक्त कराया गया.
क्या है मामला: ग्रामीणों ने बताया कि पीरटांड के बीससूत्री प्रखंड अध्यक्ष यहां के डीलर हैं. उनके द्वारा तीन माह का अनाज नहीं दिया गया. इसकी शिकायत प्रखंड के पदाधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि से की गई. लेकिन किसी प्रकार की कार्रर्वाई नहीं हुई. रविवार को जब मंत्री चंपई सोरेन पीरटांड पहुंचे तो ग्रामीण वहां भी पहुंच गए. यहां विधायक सुदिव्य कुमार ने ग्रामीणों की बात सुनी और समाधान का भरोसा दिया. जिसके बाद सोमवार को इस मामले का समाधान करने गोदाम प्रबंधक पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें बैठा लिया. ग्रामीण राजेंद्र मरांडी, अमीन टुडू, दिलीप किस्कू ने डीलर महेश मरांडी पर अनाज वितरण में मनमानी करने का आरोप लगाया है.
आवंटन कम मिलने को डीलर ने बताया कारण: इधर, बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष महेश मरांडी ने कहा कि अगस्त महीना में उन्हें ही आवंटन कम मिला तो वे अनाज कहां से देंगे. अब एक साजिश के तहत उपभोक्ता अनाज का उठाव नहीं कर रहे हैं. दूसरी तरफ एजीम कृष्णा नीलम ने कहा कि वे जांच करने गए थे. उन्होंने मामले की जांच की है. समस्या का जल्द ही हल निकाला जाएगा.