गिरिडीह: जिले में एक ही नंबर के दो पिकअप मालवाहक चलाए जा रहे थे. सोमवार को इसका बात का खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक नगर थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी सोमवार की शाम को गश्त पर थे. इस दौरान उन्हें एक पिकअप वाहन लावारिस हालत में दिखा. वाहन का नंबर जेएच10बीजे/1562 था. जिसके बाद पुलिस छानबीन करने में लगी ही हुई थी कि पुलिस को एक और और पिकअप वाहन वहां से गुजरता दिखा और दोनों वाहनों के नंबर एक समान थे. पुलिस ने तुरंत ही वाहन को जब्त कर जांच शुरू की.
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छानबीन में पुलिस को पता चला कि लावारिस हालत में मिले पिकअप वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर पर मालिक के नाम और इंजन नंबर में अंकित वाहन के मालिक के नाम में अंतर है. उसमें फर्जी नंबर लगा हुआ था. वहीं पुलिस ने जिस वाहन पर सही नंबर लिखा हुआ था उसे तहकीकात के बाद छोड़ दिया. वह पिकअप इसरी का था.
पुलिस कर रही जांच
मामले में पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. आशंका जताई जा रही है पिकअप का उपयोग अवैध शराब और मवेशी के तस्करी करने में किया जा रहा था. फर्जी नंबर लगे इस पिकअप वाहन का संबंध झारखंड, बिहार समेत कई प्रदेशों का कुख्यात शराब तस्कर से हो सकता है. ऐसी आशंका है कि गिरिडीह से बिहार किए जा रहे अवैध शराब की तस्करी में इस वाहन का उपयोग हुआ होगा.
डीटीओ कार्यालय से किया गया संपर्क
इस मामले को लेकर नगर पुलिस ने डीटीओ कार्यालय से संपर्क किया है. डीटीओ कार्यालय से पुलिस जब्त वाहन का डाटा निकलवा रही है. चेचिस नंबर और इंजन नंबर से पिकअप वाहन की पूरी डिटेल खंगाली जा रही है. किस एजेंसी ने पिकअप की बिक्री की है, किसने इसे बेचा था और वाहन का असली नंबर क्या है? इन सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है.