गिरिडीह: भारत-चीन युद्ध में शहीद सैनिकों की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस दौरान शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. भाकपा माले के द्वारा सोमवार को शहीद सैनिकों के सम्मान में देशव्यापी कार्यक्रम के तहत बगोदर में श्रद्धांजलि दिवस का आयोजन किया. लद्दाख क्षेत्र में भारत-चीन टकराव में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत की स्मृति में दो मिनट का मौन रख महेंद्र सिंह स्मृति भवन में शोक श्रद्धांजलि दी गयी और शाम को बगोदर बस पड़ाव स्थित शहीद महेंद्र सिंह प्रतिमा स्थल पर शहीद सैनिकों की याद में कैंडल जलाए गए.
मौके पर भाकपा माले जिला सचिव मनोज भक्त ने कहा कि लद्दाख में नियंत्रण रेखा पर तनाव और भारत की चीन सबंधित नीति के मामले में मोदी की भाजपा सरकार को सच को सामने लाना होगा. उन्होंने कहा कि मोदी की भाजपा सरकार को आज बताना होगा कि क्यों भारतीय सैनिकों को निहत्थे ही जंग में उतार दिया गया, जिसके कारण इतनी सारी जाने चली गयी. 19 जून को की गई आल पार्टी बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जितने सवालों के जबाब मिले उससे ज्यादा नए सवाल खड़े हो गए हैं.
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चीनी सामग्री का बहिष्कार करने पर जोर
चीन सीमा के गलवान घाटी में भारतीय सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई. बगोदर स्थित एस के कॉम्प्लेक्स के प्रांगण में सोमवार को दुकानदारों, समाजसेवियों, नौजवानों एवं बुद्धिजीवियों के द्वारा सभी वीर सपूतों के आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी गई. इसके साथ ही साथ वीर शहीद अमर रहे, भारत माता की जय, जय जवान जय किसान के नारे भी लगाए गए.
मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि एक सैनिकों की सच्ची श्रद्धांजलि तभी पूरी होगी जब हत्यारे चीन के निर्मित सामानों का हम पूर्ण रूप से जीवन मे बहिष्कार करेंगे. इस कार्यक्रम में भारत गुप्ता, पंसस सुनील स्वर्णकार, गौरव कुमार गुप्ता, रामेश्वर महतो आदि उपस्थित थे.