गिरिडीहः चैत्र नवरात्र बुधवार से शुरू हो जाएगा. जबकि इसके नौ दिनों बाद रामनवमी भी है. ऐसे में प्रशासन अपने स्तर से तैयारियों में जुटा है. जगह-जगह शांति समिति की बैठक हो रही हैं. बैठकों में अखाड़ा और जुलूस पर विस्तार से चर्चा हो रही है. इस बार रामनवमी में ध्वनि की तीव्रता पर लगाम लगाने की तैयारी की गई है. इस बार डीजे पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया गया है. साथ ही जुलूस में भी लाउडस्पीकर की संख्या कम रखने का निर्देश जारी किया गया है. ध्वनि की तीव्रता 50-60 डेसिबल रखने को भी कहा जा रहा है. गिरिडीह शहरी इलाके में डीजे संचालकों के साथ एसडीएम विशालदीप खलखो, नगर थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी, मुफस्सिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान, पचम्बा थाना प्रभारी मुकेश दयाल सिंह ने भी बैठक की है.
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संचालकों को करना होगा निर्देशों का पालनः रामनवमी को लेकर गिरिडीह के डीजे संचालकों के लिए अधिकारियों द्वारा कई निर्देश दिए गए हैं. कहा गया कि जुलूस में भड़काऊ नारा, सौहार्द बिगाड़ने वाले गीत नहीं बजाना है. साउंड सिस्टम की बुकिंग करते वक्त अखाड़ा समिति, पूजा समिति के पांच सदस्यों का पूरा पता, मोबाइल नंबर के साथ लेना अनिवार्य है. साउंड संचालकों को एक शपथ पत्र भी देना होगा. यहां साउंड एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रामजी यादव ने प्रशासन को पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया है. साथ ही साथ संचालकों की परेशानी को भी प्रशासन के समक्ष रखा गया है.
शांति भंग करनेवाले लोगों पर होगी कार्रवाईः दूसरी तरफ जिले के विभिन्न थाने में शांति समिति की बैठक भी हो रही हैं. बैठक में पर्व के दौरान आपसी प्रेम को बरकरार रखने, एक-दूसरे का सहयोग करने की अपील की गई है. प्रशासन के अधिकारियों ने साफ तौर कहा है कि जो भी व्यक्ति शांति को भंग करने का प्रयास करेगा, उसपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. लोगों से यह अपील की गई है कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर प्रशासन से संपर्क करें.