ETV Bharat / state

विदेशी मेहमानों से गुलजार हुआ खंडोली, साइबेरियन पक्षियों की अटखेलियों का आनंद ले रहे पर्यटक - गिरिडीह न्यूज

गिरिडीह का पर्यटन स्थल खंडोली(Khandoli tourist destination in Giridih) ठंड के दिनों में और भी खूबसूरत हो जाता है. साइबेरियन पक्षी ठंड के मौसम में यहां प्रवास करते हैं. जिन्हें देखने के लिए काफी संख्या में पर्यटक आते हैं.

Siberian birds start coming to Khandoli
Siberian birds start coming to Khandoli
author img

By

Published : Dec 5, 2022, 10:36 AM IST

Updated : Dec 5, 2022, 12:48 PM IST

गिरीडीहः जिले का मशहूर पर्यटन स्थल खंडोली सैलानियों से गुलजार होने लगा है. प्रकृति की सुंदर वादियों के बीच बसे खंडोली का मनभावन दृश्य सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है और लोग बरबस यहां खिंचे चले आते हैं. शरद ऋतु के शुरू होते ही यहां बाहरी पर्यटकों का आना शुरू हो जाता है और लोग यहां की मनोरम छटाओं का भरपूर लुत्फ उठाते हैं. यूं तो सालों भर खंडोली में सैलानियों का आना जाना लगा रहता है, मगर ठंड के मौसम में यहां आस पास के जिलों के अलावे बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र एवं अन्य बाहर के प्रदेशों से पर्यटक पहुंचते हैं. दिसंबर से लेकर फरवरी तक यहां बाहरी पर्यटक पहुंचते हैं और तफरीह, पिकनिक के साथ साथ खंडोली जलाशय में नौका विहार का आनंद उठाते हैं. पहाड़ों के बीच स्थित खंडोली डैम यहां की खूबसूरती को और बढ़ाती है.

मेहमान परिंदे बढ़ाते हैं डैम की खूबसूरतीः खंडोली के आकर्षण का दूसरा कारण हजारों मील की दूरी तय कर आने वाले मेहमान परिंदे हैं. शरद ऋतु में खंडोली जलाशय प्रवासी पक्षियों से गुलजार रहता(Siberian birds start coming to Khandoli ) है. ठंड के पूरे मौसम ये प्रवासी पक्षी यहां अपना आशियाना बनाते हैं और जलाशय में अटखेलियां करते रहते हैं. इन मेहमान परिंदों की अटखेलियां लोगों को खूब लुभाती है. जानकर बताते हैं कि खंडोली जलाशय में आने वाले प्रवासी पक्षियों में साइबेरियन डक और उनकी अलग अलग प्रजातियां शामिल होती हैं. जो अत्यधिक ठंड पड़ने वाले साइबेरियन देशों से हजारों मील का सफर तय कर भारत के अलग अलग हिस्सों तक पहुंचते हैं. शरद ऋतु के निकल जाने बाद ये मेहमान परिंदे वापस अपने वतन को लौट जाते हैं. दिसंबर से फरवरी माह तक इन परिंदों की किलकारियां खंडोली जलाशय में गूंजती रहती है.

देखें पूरी खबर
खंडोली को विकसित करने की कवायद शुरूः खंडोली पर्यटन स्थल को लेकर घूमने आए सैलानियों ने कहा कि वैसे तो यह जगह बेहद खूबसूरत है. यहां दूर दराज के लोग पहुंचते हैं और इन मनोरम वादियों का लुत्फ उठाते हैं. मगर खंडोली पर्यटन स्थल में विकास की अपार संभावनाएं हैं. राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन को चाहिए कि इसे ओर बेहतर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाया जाए. बताते चलें कि सूबे के पर्यटन विभाग के मंत्री हफीजूल हसन ने एक वर्ष पूर्व ही खंडोली को एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल का रूप देने की बात कही थी. उन्होंने इस संबंध में रोड मैप भी तैयार करने का निर्देश जिला के अधिकारियों को दिया था. हालिया दिनों में पर्यटन विभाग के द्वारा खंडोली के विकास की दिशा में कदम आगे बढ़ाते हुए यहां सुविधा युक्त टूरिस्ट लॉज एवं पार्किंग स्टैंड वगेरह बनाने का काम शुरू किया गया है. वहीं यहां के स्थानीय विधायक डॉ सरफराज अहमद ने खंडोली में एक पुलिस पिकेट बनवाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि टूरिस्ट लॉज बन जाने से पर्यटक यहां अपने परिवार के साथ रात भी गुजार सके इसके लिए सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी. विकास से बढ़ेगा रोजगार का अवसरः खंडोली के विकास से यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार का अवसर भी प्राप्त होगा. फिलहाल खंडोली डैम में मछली पालन का काम किया जा रहा है और कई लोगों को इससे रोजगार का अवसर प्राप्त हुआ है. अगर खंडोली विख्यात पर्यटन स्थल के रूप में उभरता है तो निश्चित तौर पर यहां रोजगार की संभावनाएं बढ़ती रहेंगी.

गिरीडीहः जिले का मशहूर पर्यटन स्थल खंडोली सैलानियों से गुलजार होने लगा है. प्रकृति की सुंदर वादियों के बीच बसे खंडोली का मनभावन दृश्य सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है और लोग बरबस यहां खिंचे चले आते हैं. शरद ऋतु के शुरू होते ही यहां बाहरी पर्यटकों का आना शुरू हो जाता है और लोग यहां की मनोरम छटाओं का भरपूर लुत्फ उठाते हैं. यूं तो सालों भर खंडोली में सैलानियों का आना जाना लगा रहता है, मगर ठंड के मौसम में यहां आस पास के जिलों के अलावे बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र एवं अन्य बाहर के प्रदेशों से पर्यटक पहुंचते हैं. दिसंबर से लेकर फरवरी तक यहां बाहरी पर्यटक पहुंचते हैं और तफरीह, पिकनिक के साथ साथ खंडोली जलाशय में नौका विहार का आनंद उठाते हैं. पहाड़ों के बीच स्थित खंडोली डैम यहां की खूबसूरती को और बढ़ाती है.

मेहमान परिंदे बढ़ाते हैं डैम की खूबसूरतीः खंडोली के आकर्षण का दूसरा कारण हजारों मील की दूरी तय कर आने वाले मेहमान परिंदे हैं. शरद ऋतु में खंडोली जलाशय प्रवासी पक्षियों से गुलजार रहता(Siberian birds start coming to Khandoli ) है. ठंड के पूरे मौसम ये प्रवासी पक्षी यहां अपना आशियाना बनाते हैं और जलाशय में अटखेलियां करते रहते हैं. इन मेहमान परिंदों की अटखेलियां लोगों को खूब लुभाती है. जानकर बताते हैं कि खंडोली जलाशय में आने वाले प्रवासी पक्षियों में साइबेरियन डक और उनकी अलग अलग प्रजातियां शामिल होती हैं. जो अत्यधिक ठंड पड़ने वाले साइबेरियन देशों से हजारों मील का सफर तय कर भारत के अलग अलग हिस्सों तक पहुंचते हैं. शरद ऋतु के निकल जाने बाद ये मेहमान परिंदे वापस अपने वतन को लौट जाते हैं. दिसंबर से फरवरी माह तक इन परिंदों की किलकारियां खंडोली जलाशय में गूंजती रहती है.

देखें पूरी खबर
खंडोली को विकसित करने की कवायद शुरूः खंडोली पर्यटन स्थल को लेकर घूमने आए सैलानियों ने कहा कि वैसे तो यह जगह बेहद खूबसूरत है. यहां दूर दराज के लोग पहुंचते हैं और इन मनोरम वादियों का लुत्फ उठाते हैं. मगर खंडोली पर्यटन स्थल में विकास की अपार संभावनाएं हैं. राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन को चाहिए कि इसे ओर बेहतर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाया जाए. बताते चलें कि सूबे के पर्यटन विभाग के मंत्री हफीजूल हसन ने एक वर्ष पूर्व ही खंडोली को एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल का रूप देने की बात कही थी. उन्होंने इस संबंध में रोड मैप भी तैयार करने का निर्देश जिला के अधिकारियों को दिया था. हालिया दिनों में पर्यटन विभाग के द्वारा खंडोली के विकास की दिशा में कदम आगे बढ़ाते हुए यहां सुविधा युक्त टूरिस्ट लॉज एवं पार्किंग स्टैंड वगेरह बनाने का काम शुरू किया गया है. वहीं यहां के स्थानीय विधायक डॉ सरफराज अहमद ने खंडोली में एक पुलिस पिकेट बनवाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि टूरिस्ट लॉज बन जाने से पर्यटक यहां अपने परिवार के साथ रात भी गुजार सके इसके लिए सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी. विकास से बढ़ेगा रोजगार का अवसरः खंडोली के विकास से यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार का अवसर भी प्राप्त होगा. फिलहाल खंडोली डैम में मछली पालन का काम किया जा रहा है और कई लोगों को इससे रोजगार का अवसर प्राप्त हुआ है. अगर खंडोली विख्यात पर्यटन स्थल के रूप में उभरता है तो निश्चित तौर पर यहां रोजगार की संभावनाएं बढ़ती रहेंगी.
Last Updated : Dec 5, 2022, 12:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.