गिरिडीह: बगोदर प्रखंड के औंरा की शंकुतला देवी को मकान अधिग्रहण के एवज में मुआवजा मिलने का रास्ता साफ हो गया है. जिला भू- अर्जन पदाधिकारी ने आरटीजीएस के तहत उनके बैंक खाते में मुआवजा राशि को ट्रांसफर करने का निर्देश इंडसइंड बैंक मैनेजर गिरिडीह को दिया है.
बता दें कि बगैर मुआवजा के घर तोड़ने पहुंचे प्रशासन को शंकुतला देवी के विरोध का सामना करना पड़ा था. इसके बाद प्रशासन को बैरंग वापस लौटना पड़ा था.हालांकि महिला पुलिसकर्मियों द्वारा शंकुतला देवी के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया. मामला मीडिया में आने के बाद शंकुतला देवी का घर तोड़ने फिर दोबारा प्रशासन नहीं पहुंचा था.
जिला भू- अर्जन पदाधिकारी के पत्रांक 3041 दिनांक 30 दिसंबर को इंडसइंड बैंक के मैनेजर को पत्र लिखकर आरटीजीएस के माध्यम से मुआवजा राशि सभी के खाते में ट्रांसफर करने का निर्देश दिया है.
बता दें कि बगोदर इलाके में जीटी रोड सिक्स लेन निर्माण का कार्य जारी है. रोड चौड़ीकरण के लिए भू-रैयतों से जमीन का अधिग्रहण किया गया है. औंरा की रहने वाली शंकुतला देवी का भी मकान अधिग्रहण किया गया है, मगर अधिग्रहण के एवज में मुआवजा नहीं दिया गया था और प्रशासन द्वारा पिछले सप्ताह उसके मकान को तोड़ने की कोशिश की गई थी.
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इसका विरोध करते हुए शंकुतला देवी ने पहले मुआवजा और फिर मकान तोड़ने की बात पर अड़ गई थी. भाकपा माले का प्रतिनिधिमंडल ने भी शंकुतला देवी से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत होने के बाद दो टूक में कहा था कि शंकुतला देवी के साथ भाकपा माले है.
बगैर मुआवजा भुगतान किए अगर प्रशासन ने बलपूर्वक मकान तोड़ने की कोशिश किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी. बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह ने भी मकान तोड़ने के पूर्व शंकुतला देवी को मुआवजा दिए जाने की बात कही थी. इधर भाकपा माले नेता संदीप जायसवाल ने कहा है कि भाकपा माले के प्रयास से शंकुतला देवी को मुआवजा मिलना तय हो गया है.