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Giridih News: सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी ने बगोदर में चलाया जन जागरण अभियान, एक देश-एक नागरिक कानून संहिता का दिया नारा - भारत में कठोर कानून बनाया जाएगा

देश की कानून व्यवस्था को सर्वोतम व्यवस्था बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय जन जागरण अभियान के तहत गिरिडीह के बगोदर प्रखंड पहुंचे. इस दौरान उन्होंने क्षेत्र को लोगों को जन जागरण अभियान की जानकारी दी और एक देश-एक नागरिक कानून संहिता का नारा दिया .

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SC Lawyer Public Awareness Campaign In Bagodar
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Published : Apr 16, 2023, 9:25 PM IST

बगोदर,गिरिडीह: सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय भारतीय कानून को विश्व का सर्वोतम कानून व्यवस्था बनाने के लिए देश भर में जन जागरण अभियान चला रहे हैं. इसी अभियान के तहत वे बगोदर विधानसभा क्षेत्र के चौथा पहुंचे. यहां अश्विनी उपाध्याय समाजसेवी सुखदेव यादव के आवास पर रुके. इस दौरान उनका स्वागत किया गया. इस दौरान उन्होंने लोगों को जन जागरण अभियान के उद्देश्यों से अवगत कराया.

ये भी पढे़ं-Giridih News: भाजपा ओबीसी मोर्चा का गांव गांव, घर घर चलो कार्यक्रम, मोदी सरकार को फिर से लाने की अपील

देश की कानून व्यवस्था हुई लचरः इस दौरान ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि एक समय था जब देश की कानून व्यवस्था विश्व भर में श्रेष्ठ था. आचार्य चाणक्य के समय भारत की प्रशासनिक और आर्थिक व्यवस्था को सीखने के लिए अमेरिका, रोम जैसे देशों से लोग नालंदा और तक्षशीला आया करते थे, लेकिन आज देश की कानून व्यवस्था लचर हो गई है.

नोट और वोट के फायदे के लिए देश में किए जा रहे कार्यः देश में नोट और वोट के फायदे के लिए कार्य किए जा रहे हैं. वोट और नोट के जहां फायदे नहीं दिख रहे हैं वह महत्वपूर्ण कार्य नहीं हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सड़क, अस्पताल, हवाई अड्डा, हाइवे, स्कूल आदि बन रहे हैं. इसके बनने से वोट और नोट दोनों के फायदे होते हैं. जनसंख्या नियंत्रण कानून और धर्मांतरण कानून बनाने में ना वोट के फायदे हैं न नोट के, ऐसे में इस कानून को बनाए कौन. उन्होंने कहा कि कई देशों में विदेशी घुसपैठियों को फांसी देने का कानून है, लेकिन भारत में नहीं है. चूंकि घुसपैठियों से नोट और वोट मिल रहे हैं. वे चुपके से आते हैं फिर अवैध रूप से भारतवासी होने का कागजात बनाते हैं, कागजात बनाने में नोट मिलते हैं और फिर उनके द्वारा वोट दिए जाते हैं.

एक भारत-श्रेष्ठ भारत का सपना अधूराः उन्होंने कहा है कि एक भारत श्रेष्ठ भारत संविधान निर्माताओं का सपना था, जो आजादी के 75 साल बाद भी अधूरा है.एक भारत-श्रेष्ठ भारत तभी बनेगा जब सभी के लिए एक कानून होगा. एक देश, एक नागरिक कानून संहिता हो. साथ ही विश्वभर में हमारा कानून सर्वोत्तम हो.उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का मंदिरों पर कब्जा नहीं होनी चाहिए. उसे जनता के अधीन छोड़ देना चाहिए, लेकिन मंदिरों से नोट आ रहे हैं तो उसपर भी कब्जा जमाए बैठे हैं.

अश्विनी 12 वर्षों से देशभर में चला रहे हैं अभियानः अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि उपरोक्त समस्याओं का स्थायी समाधान तभी हो सकता है जब भारत में कठोर कानून बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि देश की कानून व्यवस्था को विश्व का सर्वोत्तम कानून व्यवस्था बनाने की मांग को लेकर वे 12 वर्षों से देश भर में जन जागरण अभियान चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में छुट्टी की अवधि में वे यह अभियान चलाते हैं. बताया कि देश के 200 जिलों में उनके द्वारा अभियान चलाया जा चुका है और देश के सभी जिलों में पहुंचकर लोगों को इसके लिए जागरूक करने का अभियान जारी रहेगा.

बगोदर,गिरिडीह: सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय भारतीय कानून को विश्व का सर्वोतम कानून व्यवस्था बनाने के लिए देश भर में जन जागरण अभियान चला रहे हैं. इसी अभियान के तहत वे बगोदर विधानसभा क्षेत्र के चौथा पहुंचे. यहां अश्विनी उपाध्याय समाजसेवी सुखदेव यादव के आवास पर रुके. इस दौरान उनका स्वागत किया गया. इस दौरान उन्होंने लोगों को जन जागरण अभियान के उद्देश्यों से अवगत कराया.

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देश की कानून व्यवस्था हुई लचरः इस दौरान ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि एक समय था जब देश की कानून व्यवस्था विश्व भर में श्रेष्ठ था. आचार्य चाणक्य के समय भारत की प्रशासनिक और आर्थिक व्यवस्था को सीखने के लिए अमेरिका, रोम जैसे देशों से लोग नालंदा और तक्षशीला आया करते थे, लेकिन आज देश की कानून व्यवस्था लचर हो गई है.

नोट और वोट के फायदे के लिए देश में किए जा रहे कार्यः देश में नोट और वोट के फायदे के लिए कार्य किए जा रहे हैं. वोट और नोट के जहां फायदे नहीं दिख रहे हैं वह महत्वपूर्ण कार्य नहीं हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सड़क, अस्पताल, हवाई अड्डा, हाइवे, स्कूल आदि बन रहे हैं. इसके बनने से वोट और नोट दोनों के फायदे होते हैं. जनसंख्या नियंत्रण कानून और धर्मांतरण कानून बनाने में ना वोट के फायदे हैं न नोट के, ऐसे में इस कानून को बनाए कौन. उन्होंने कहा कि कई देशों में विदेशी घुसपैठियों को फांसी देने का कानून है, लेकिन भारत में नहीं है. चूंकि घुसपैठियों से नोट और वोट मिल रहे हैं. वे चुपके से आते हैं फिर अवैध रूप से भारतवासी होने का कागजात बनाते हैं, कागजात बनाने में नोट मिलते हैं और फिर उनके द्वारा वोट दिए जाते हैं.

एक भारत-श्रेष्ठ भारत का सपना अधूराः उन्होंने कहा है कि एक भारत श्रेष्ठ भारत संविधान निर्माताओं का सपना था, जो आजादी के 75 साल बाद भी अधूरा है.एक भारत-श्रेष्ठ भारत तभी बनेगा जब सभी के लिए एक कानून होगा. एक देश, एक नागरिक कानून संहिता हो. साथ ही विश्वभर में हमारा कानून सर्वोत्तम हो.उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का मंदिरों पर कब्जा नहीं होनी चाहिए. उसे जनता के अधीन छोड़ देना चाहिए, लेकिन मंदिरों से नोट आ रहे हैं तो उसपर भी कब्जा जमाए बैठे हैं.

अश्विनी 12 वर्षों से देशभर में चला रहे हैं अभियानः अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि उपरोक्त समस्याओं का स्थायी समाधान तभी हो सकता है जब भारत में कठोर कानून बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि देश की कानून व्यवस्था को विश्व का सर्वोत्तम कानून व्यवस्था बनाने की मांग को लेकर वे 12 वर्षों से देश भर में जन जागरण अभियान चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में छुट्टी की अवधि में वे यह अभियान चलाते हैं. बताया कि देश के 200 जिलों में उनके द्वारा अभियान चलाया जा चुका है और देश के सभी जिलों में पहुंचकर लोगों को इसके लिए जागरूक करने का अभियान जारी रहेगा.

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