गिरिडीह: मुफ्फसिल थाना इलाके के सादी गवारों गांव में चोरी के आरोपी की पीट पीटकर हत्या के मामले (Giridih Mob Lynching Case) में पुलिस ने उस ग्रामीण को गिरफ्तार कर लिया है, जिसके घर मृतक घुसा था. पकड़े गए ग्रामीण बीरालाल टुडू को छुड़वाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने थाना का घेराव किया (Saadi Gawaron Villagers surrounded police station). इस दौरान ग्रामीणों ने बीरालाल को छोड़ने नहीं तो गांव के सभी लोगों को जेल भेजने की मांग की.
ये भी पढ़ें: अपराधी की पीट-पीट कर हत्या, चोरी करने के दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने की पिटाई
सादी गवारों के साथ, समीप के अन्य गांव से आए ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे जिला परिषद सदस्य प्रवीण मुर्मू, बदगुन्दा खुर्द मुखिया फूलचंद बास्के, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि सोनालाल बेसरा, उपमुखिया संजय यादव, और पूर्व उपमुखिया संजय दास ने कहा कि 31 दिसंबर की रात को विनोद चौधरी सादी गवारों निवासी बीरालाल टुडू के घर के अंदर मवेशी चोरी करने घुसा था. चोरी के दौरान जब घरवाले जग गए और शोर मचाना शुरू किया तब विनोद भागने लगा. इस क्रम में बीरालाल पर विनोद ने जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले से बीरालाल चोटिल भी हो गया. इस बीच गांव के लोग जुट गए और विनोद की पिटाई कर दी. पिटाई में घायल विनोद ने बाद में दम तोड़ दिया.
दी जा रही है धमकी: ग्रामीणों ने कहा कि आत्मरक्षा में ग्रामीणों ने विनोद को पीटा. यह भी कहा कि विनोद का आपराधिक इतिहास रहा है और इसके बाद जब उसकी हत्या के आरोप में बीरालाल को जेल भेजा जाता है तो अकेले बीरालाल ही क्यों सादी गवारों के सभी निवासियों को जेल भेजा जाए. इन दौरान उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर की इस घटना के बाद से मृतक विनोद के परिजनों द्वारा पूरे गांववालों को मारने की धमकी दी जा रही है. यह कहा जा रहा है कि सादी गवारों के लोग अकेले जहां भी मिलेंगे बचेंगे नहीं. ग्रामीणों ने इस मामले में भी कार्रवाई की मांग की है.
थानेदार के समझाने पर लोग माने: दूसरी तरफ आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने में मुफ्फसिल थाना के पदाधिकारी जुटे रहे. थाना के असिंस्टेंट सब इंस्पेक्टर पंकज सिंह ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग अपनी मांग से हिलने को तैयार नहीं हुए. बाद में सब इंस्पेक्टर सह गिरिडीह मुफ्फसिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम पहुंचे और ग्रामीणों को यह भरोसा दिया कि न्यायसंगत कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि निर्दोषों पर किसी प्रकार की कारवाई नहीं होगी. इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ और ग्रामीण वापस लौट गए. दूसरी तरफ पुलिस ने बीरालाल को जेल भेज दिया.
क्या है मामला: दरअसल, शनिवार की रात को एक आदिवासी के घर चोरी करने घुसे सिमरिया निवासी विनोद चौधरी (52 वर्ष) की ग्रामीणों ने पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी. घटना की सूचना पर गिरिडीह एसपी अमित रेणु, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह और मुफ्फसिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम पहुंचे और जांच शुरू की.
Giridih Mob Lynching Case: एक ग्रामीण की गिरफ्तारी पर पूरे गांव के लोगों ने घेरा थाना, थानेदार के समझाने पर हुए शांत
चोरी करते रंगे हाथ पकड़ाए अधेड़ की पिटाई से मौत के मामले (Giridih Mob Lynching Case) में एक ग्रामीण की गिरफ्तारी से गांववाले नाराज हो गए. ग्रामीणों ने गिरिडीह मुफ्फसिल थाना का घेराव किया है. ग्रामीणों का कहना है कि जब पूरे गांव के लोगों ने पीटा तो गिरफ्तारी भी सभी की होनी चाहिए. हालांकि बाद में पुलिस पदाधिकारी के समझाने पर ग्रामीण शांत हो गए.
गिरिडीह: मुफ्फसिल थाना इलाके के सादी गवारों गांव में चोरी के आरोपी की पीट पीटकर हत्या के मामले (Giridih Mob Lynching Case) में पुलिस ने उस ग्रामीण को गिरफ्तार कर लिया है, जिसके घर मृतक घुसा था. पकड़े गए ग्रामीण बीरालाल टुडू को छुड़वाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने थाना का घेराव किया (Saadi Gawaron Villagers surrounded police station). इस दौरान ग्रामीणों ने बीरालाल को छोड़ने नहीं तो गांव के सभी लोगों को जेल भेजने की मांग की.
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सादी गवारों के साथ, समीप के अन्य गांव से आए ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे जिला परिषद सदस्य प्रवीण मुर्मू, बदगुन्दा खुर्द मुखिया फूलचंद बास्के, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि सोनालाल बेसरा, उपमुखिया संजय यादव, और पूर्व उपमुखिया संजय दास ने कहा कि 31 दिसंबर की रात को विनोद चौधरी सादी गवारों निवासी बीरालाल टुडू के घर के अंदर मवेशी चोरी करने घुसा था. चोरी के दौरान जब घरवाले जग गए और शोर मचाना शुरू किया तब विनोद भागने लगा. इस क्रम में बीरालाल पर विनोद ने जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले से बीरालाल चोटिल भी हो गया. इस बीच गांव के लोग जुट गए और विनोद की पिटाई कर दी. पिटाई में घायल विनोद ने बाद में दम तोड़ दिया.
दी जा रही है धमकी: ग्रामीणों ने कहा कि आत्मरक्षा में ग्रामीणों ने विनोद को पीटा. यह भी कहा कि विनोद का आपराधिक इतिहास रहा है और इसके बाद जब उसकी हत्या के आरोप में बीरालाल को जेल भेजा जाता है तो अकेले बीरालाल ही क्यों सादी गवारों के सभी निवासियों को जेल भेजा जाए. इन दौरान उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर की इस घटना के बाद से मृतक विनोद के परिजनों द्वारा पूरे गांववालों को मारने की धमकी दी जा रही है. यह कहा जा रहा है कि सादी गवारों के लोग अकेले जहां भी मिलेंगे बचेंगे नहीं. ग्रामीणों ने इस मामले में भी कार्रवाई की मांग की है.
थानेदार के समझाने पर लोग माने: दूसरी तरफ आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने में मुफ्फसिल थाना के पदाधिकारी जुटे रहे. थाना के असिंस्टेंट सब इंस्पेक्टर पंकज सिंह ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग अपनी मांग से हिलने को तैयार नहीं हुए. बाद में सब इंस्पेक्टर सह गिरिडीह मुफ्फसिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम पहुंचे और ग्रामीणों को यह भरोसा दिया कि न्यायसंगत कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि निर्दोषों पर किसी प्रकार की कारवाई नहीं होगी. इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ और ग्रामीण वापस लौट गए. दूसरी तरफ पुलिस ने बीरालाल को जेल भेज दिया.
क्या है मामला: दरअसल, शनिवार की रात को एक आदिवासी के घर चोरी करने घुसे सिमरिया निवासी विनोद चौधरी (52 वर्ष) की ग्रामीणों ने पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी. घटना की सूचना पर गिरिडीह एसपी अमित रेणु, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह और मुफ्फसिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम पहुंचे और जांच शुरू की.