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गिरडीह में फर्नीचर व्यवसायी के घर डकैती का खुलासा, पुलिस वालों ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए बेची सब्जी - Robbery in Giridih

गिरिडीह में फर्नीचर व्यवसायी के घर डकैती का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. 80 संदिग्धों से पूछताछ के बाद पुलिस वारदात का राजफाश कर पाई है. एक आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस वालों ने सब्जी तक बेचा. गिरिडीह पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता में डीएसपी मुख्यालय एक संजय कुमार राणा ने इस संबंध में जानकारी दी.

Robbery in Giridih at furniture businessman house revealed
गिरडीह में फर्नीचर व्यवसायी के घर डकैती का खुलासा
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Published : Dec 5, 2021, 10:32 PM IST

गिरिडीह: गिरिडीह में फर्नीचर व्यवसायी के घर डकैती का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. 17 नवंबर को फर्नीचर व्यवसायी उत्तम कुमार गुप्ता के बक्सीडीह रोड स्थित घर पर हुई डकैती में 80 संदिग्धों से पूछताछ के बाद पुलिस राजफाश कर पाई है.

ये भी पढ़ें-Crime in giridih:दो सप्ताह की मशक्कत के बाद गिरिडीह पुलिस को मिली सफलता, डकैतों को किया गिरफ्तार

बता दें कि पूछताछ और छापेमारी के दौरान गिरिडीह की पुलिस ने धनबाद के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के विकास नगर के भुनेश्वर बेलदार को पकड़ा था. भुवनेश्वर के पकड़े जाने के बाद ही पुलिस इस डकैती कांड का पर्दाफाश कर सकी. भुवनेश्वर के पकड़ में आने के बाद यह भी साफ हुआ कि गिरिडीह शहर के भण्डारीडीह 28 नम्बर निवासी संजय विश्वकर्मा ने ही डकैती की साजिश रची थी. संजय का आपराधिक इतिहास है और वर्ष 2016 में रामगढ़ में डकैती की वारदात में भी वह शामिल था. भुवनेश्वर ने पुलिस को बताया कि संजय ने ही धनबाद-पलामू के अपराधियों को गिरिडीह बुलाया था और घटना को अंजाम दिलवाया था.

देखें पूरी खबर

डीएसपी मुख्यालय एक संजय कुमार राणा ने गिरिडीह पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता में बताया कि व्यवसायी के घर पर सात अपराधियों ने वारदात की थी. छह अपराधी घर के अंदर घुसे थे जबकि एक अपराधी घर के बाहर खड़ा होकर निगरानी कर रहा था. राणा ने बताया कि वारदात में शामिल पांच अपराधियों और एक रिसीवर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो अपराधी अभी फरार हैं. फरार चल रहे दोनों अपराधियों की धर पकड़ के लिए संभावित ठिकानों पर छापामारी चल रही है. जल्द ही दोनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. डीएसपी ने बताया कि पकड़े गए अपराधियों में भुवनेश्वर बेलदार वही चालक है जो डकैती के बाद व्यवसायी की हुंडई कार गिरिडीह से पलामू तक लेकर गया था. गिरिडीह से धनबाद होकर हुंडई कार को पलामू तक ले जाया गया था.


ये हैं आरोपियों के नाम

डीएसपी मुख्यालय संजय कुमार राणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में पलामू जिले के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के पिपराखुर्द का रहने वाला आनंद कुमार महतो, गिरिडीह नगर थाना क्षेत्र के 28 नंबर भण्डारीडीह का रहने वाला संजय विश्वकर्मा और राजकुमार पासवान, धनबाद जिले के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के विकास नगर का रहने वाला भुवनेश्वर बेलदार, गिरिडीह जिले के अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के सिमपुर का रहने वाला सुनिल साव एवं पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र के तेतराई गांव का रहने वाला गोपाल सोनी शामिल है. गिरफ्तार गोपाल सोनी ने रिसीवर का काम किया था. अपराधियों ने गोपाल सोनी के पास ही सोने के जेवरात बेचे थे, जिसे गोपाल ने गला कर बेच दिया था.

क्या-क्या हुआ बरामद

डीएसपी ने बताया कि डकैती के दौरान व्यवसायी के घर से 01 लाख 56 हजार रुपये की लूट हुई थी. पुलिस ने इसमें से 01 लाख 48 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं. इसके अलावा व्यवसायी के घर से डकैती के बाद गलाया गया 50 ग्राम सोना, सोने की रिंग, नाक का नथिया, चांदी की पायल, चांदी का कटोरा, चांदी की तस्तरी, कृत्रिम जेवर, मोबाइल और हुंडई आई टेन कार बरामद कर ली गई है.
ये भी पढ़ें-लखनऊ में युवाओं पर लाठीचार्ज: राहुल और वरुण गांधी ने सरकार पर साधा निशाना


अपराधियों तक ऐसे पहुंची पुलिस

इस डकैती कांड के उद्भेदन को लेकर अपराधियों की धर पकड़ और सुराग की तलाश में जुटी पुलिस की जांच की दिशा शुरुआत में भटक गई थी. चूंकि डकैती के दौरान निर्माण कार्य करा रहे ठेकेदार का जिक्र करने के कारण व्यवसायी ने जहां ठेकेदार को नामजद अभियुक्त बना दिया था वहीं सारे संदेह निर्माण कार्य में लगे मजदूरों पर जताया जा रहा था. परिणामस्वरूप पुलिस पहले व्यवसायी और कांग्रेस कार्यालय में चल रहे निर्माण में लगे मजदूरों और मिस्त्रियों से पूछताछ में जुटी रही.

घटना को अंजाम देने के दौरान अपराधियों ने किसी भी तकनीकी यंत्र का उपयोग नहीं किया था, ऐसे में पुलिस की टेक्निकल टीम को निराशा हाथ लगी थी. बाद में पुलिस ने पुराने अपराधियों का ढूंढ़ना शुरू किया. डीएसपी ने बताया कि लगभग 70-80 अपराधियों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की गई. ये वैसे अपराधी थे जो किसी न किसी डकैती कांड में शामिल थे और हाल में जेल से छूटे थे. अपराधियों से ही पूछताछ में ही पुलिस को एक छोटा सा सुराग चालक के रूप में मिला कि बैंक मोड़ का भुवनेश्वर बेलदार कोई गाड़ी लेकर पलामू गया था.

वेश बदलकर पुलिस ने भुवनेश्वर को किया गिरफ्तार

इसकी जानकारी पर भुवनेश्वर बेलदार को पुलिस ने वेश बदलकर फिल्मी अंदाज में पकड़ा. डीएसपी ने बताया कि इसके लिए पुलिस वाले सब्जी वाला बनकर बैंक मोड़ पहुंचे और उसके बाद भुवनेश्वर को पकड़ा जा सका. भुवनेश्वर के पकड़े जाने के बाद पूरा केस खुला.


आधा दर्जन जिलों में पुलिस ने छानी खाक

इस घटना के उद्भेदन एवं अपराधियों के सुराग के लिए नगर पुलिस की अलग-अलग टीम राज्य के आधा दर्जन जिलों में खाक छानती रही. धनबाद जिले के जोड़ापोखर, बैंक मोड़, सुदामडीह, कतरास, टुंडी, मनियाडीह, पलामू जिले के लेस्लीगंज, पांकी, रांची जिले के ओरमांझी, रामगढ़ एवं गिरिडीह जिले के बेंगाबाद, बिरनी, देवी, जमुआ, अहिल्यापुर, पचंबा, ताराटांड़ आदि थाना क्षेत्रों में लगातार छापामारी की गई.

गिरिडीह: गिरिडीह में फर्नीचर व्यवसायी के घर डकैती का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. 17 नवंबर को फर्नीचर व्यवसायी उत्तम कुमार गुप्ता के बक्सीडीह रोड स्थित घर पर हुई डकैती में 80 संदिग्धों से पूछताछ के बाद पुलिस राजफाश कर पाई है.

ये भी पढ़ें-Crime in giridih:दो सप्ताह की मशक्कत के बाद गिरिडीह पुलिस को मिली सफलता, डकैतों को किया गिरफ्तार

बता दें कि पूछताछ और छापेमारी के दौरान गिरिडीह की पुलिस ने धनबाद के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के विकास नगर के भुनेश्वर बेलदार को पकड़ा था. भुवनेश्वर के पकड़े जाने के बाद ही पुलिस इस डकैती कांड का पर्दाफाश कर सकी. भुवनेश्वर के पकड़ में आने के बाद यह भी साफ हुआ कि गिरिडीह शहर के भण्डारीडीह 28 नम्बर निवासी संजय विश्वकर्मा ने ही डकैती की साजिश रची थी. संजय का आपराधिक इतिहास है और वर्ष 2016 में रामगढ़ में डकैती की वारदात में भी वह शामिल था. भुवनेश्वर ने पुलिस को बताया कि संजय ने ही धनबाद-पलामू के अपराधियों को गिरिडीह बुलाया था और घटना को अंजाम दिलवाया था.

देखें पूरी खबर

डीएसपी मुख्यालय एक संजय कुमार राणा ने गिरिडीह पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता में बताया कि व्यवसायी के घर पर सात अपराधियों ने वारदात की थी. छह अपराधी घर के अंदर घुसे थे जबकि एक अपराधी घर के बाहर खड़ा होकर निगरानी कर रहा था. राणा ने बताया कि वारदात में शामिल पांच अपराधियों और एक रिसीवर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो अपराधी अभी फरार हैं. फरार चल रहे दोनों अपराधियों की धर पकड़ के लिए संभावित ठिकानों पर छापामारी चल रही है. जल्द ही दोनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. डीएसपी ने बताया कि पकड़े गए अपराधियों में भुवनेश्वर बेलदार वही चालक है जो डकैती के बाद व्यवसायी की हुंडई कार गिरिडीह से पलामू तक लेकर गया था. गिरिडीह से धनबाद होकर हुंडई कार को पलामू तक ले जाया गया था.


ये हैं आरोपियों के नाम

डीएसपी मुख्यालय संजय कुमार राणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में पलामू जिले के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के पिपराखुर्द का रहने वाला आनंद कुमार महतो, गिरिडीह नगर थाना क्षेत्र के 28 नंबर भण्डारीडीह का रहने वाला संजय विश्वकर्मा और राजकुमार पासवान, धनबाद जिले के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के विकास नगर का रहने वाला भुवनेश्वर बेलदार, गिरिडीह जिले के अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के सिमपुर का रहने वाला सुनिल साव एवं पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र के तेतराई गांव का रहने वाला गोपाल सोनी शामिल है. गिरफ्तार गोपाल सोनी ने रिसीवर का काम किया था. अपराधियों ने गोपाल सोनी के पास ही सोने के जेवरात बेचे थे, जिसे गोपाल ने गला कर बेच दिया था.

क्या-क्या हुआ बरामद

डीएसपी ने बताया कि डकैती के दौरान व्यवसायी के घर से 01 लाख 56 हजार रुपये की लूट हुई थी. पुलिस ने इसमें से 01 लाख 48 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं. इसके अलावा व्यवसायी के घर से डकैती के बाद गलाया गया 50 ग्राम सोना, सोने की रिंग, नाक का नथिया, चांदी की पायल, चांदी का कटोरा, चांदी की तस्तरी, कृत्रिम जेवर, मोबाइल और हुंडई आई टेन कार बरामद कर ली गई है.
ये भी पढ़ें-लखनऊ में युवाओं पर लाठीचार्ज: राहुल और वरुण गांधी ने सरकार पर साधा निशाना


अपराधियों तक ऐसे पहुंची पुलिस

इस डकैती कांड के उद्भेदन को लेकर अपराधियों की धर पकड़ और सुराग की तलाश में जुटी पुलिस की जांच की दिशा शुरुआत में भटक गई थी. चूंकि डकैती के दौरान निर्माण कार्य करा रहे ठेकेदार का जिक्र करने के कारण व्यवसायी ने जहां ठेकेदार को नामजद अभियुक्त बना दिया था वहीं सारे संदेह निर्माण कार्य में लगे मजदूरों पर जताया जा रहा था. परिणामस्वरूप पुलिस पहले व्यवसायी और कांग्रेस कार्यालय में चल रहे निर्माण में लगे मजदूरों और मिस्त्रियों से पूछताछ में जुटी रही.

घटना को अंजाम देने के दौरान अपराधियों ने किसी भी तकनीकी यंत्र का उपयोग नहीं किया था, ऐसे में पुलिस की टेक्निकल टीम को निराशा हाथ लगी थी. बाद में पुलिस ने पुराने अपराधियों का ढूंढ़ना शुरू किया. डीएसपी ने बताया कि लगभग 70-80 अपराधियों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की गई. ये वैसे अपराधी थे जो किसी न किसी डकैती कांड में शामिल थे और हाल में जेल से छूटे थे. अपराधियों से ही पूछताछ में ही पुलिस को एक छोटा सा सुराग चालक के रूप में मिला कि बैंक मोड़ का भुवनेश्वर बेलदार कोई गाड़ी लेकर पलामू गया था.

वेश बदलकर पुलिस ने भुवनेश्वर को किया गिरफ्तार

इसकी जानकारी पर भुवनेश्वर बेलदार को पुलिस ने वेश बदलकर फिल्मी अंदाज में पकड़ा. डीएसपी ने बताया कि इसके लिए पुलिस वाले सब्जी वाला बनकर बैंक मोड़ पहुंचे और उसके बाद भुवनेश्वर को पकड़ा जा सका. भुवनेश्वर के पकड़े जाने के बाद पूरा केस खुला.


आधा दर्जन जिलों में पुलिस ने छानी खाक

इस घटना के उद्भेदन एवं अपराधियों के सुराग के लिए नगर पुलिस की अलग-अलग टीम राज्य के आधा दर्जन जिलों में खाक छानती रही. धनबाद जिले के जोड़ापोखर, बैंक मोड़, सुदामडीह, कतरास, टुंडी, मनियाडीह, पलामू जिले के लेस्लीगंज, पांकी, रांची जिले के ओरमांझी, रामगढ़ एवं गिरिडीह जिले के बेंगाबाद, बिरनी, देवी, जमुआ, अहिल्यापुर, पचंबा, ताराटांड़ आदि थाना क्षेत्रों में लगातार छापामारी की गई.

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