गिरिडीहः एक तरफ लॉकडाउन के कारण गरीबों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो इसके लिए सरकारी तंत्र पूरी मुस्तैदी के साथ लगी हुई. वहीं सरकार और प्रशासन के तमाम कोशिशों के बावजूद भी ग्रामीण क्षेत्रों के इलाके में राशन डीलर की हठधर्मी के कारण गरीब लाचार लोगों के सामने भुखमरी की नौबत आन पड़ी है.
ऐसा ही एक मामला बेंगाबाद प्रखंड के गोलगो पंचायत से आया है. गांव में डीलर सीताराम सोरेन की ओर से दर्जनों कार्ड धारियों को जनवरी 2020 से मार्च तक तीन महीने का राशन नहीं दिया गया है. डीलर की मनमानी से हताश ग्रामीणों ने शनिवार को प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर पदाधिकारियों से मामले की शिकायत की.
अभद्र व्यवहार करता है डीलर
दर्जनों की संख्या में प्रखंड मुख्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि डीलर सीताराम सोरेन की ओर से उन्हें जनवरी, फरवरी और मार्च तीन महीने का राशन अभी तक नहीं दिया गया है. राशन की मांग करने पर डीलर और उसके परिवार वाले गाली गलौज करते हुए अभद्र व्यवहार करने लगते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि डीलर अपनी दबंगई दिखाते हैं. प्रशासन के दबाव के बाद इन्हें अप्रैल और मार्च माह का राशन दिया गया, मगर पिछले तीन माह का राशन नहीं दिया जा रहा है. वहीं धोखे से कार्ड पर सभी महीने के राशन का भुगतान चढा दिया गया है. कार्ड धारियों ने अधिकारियों से कार्रवाई की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है.
युवा कांग्रेस नेता ने भी कार्रवाई की मांग
इधर पूरे मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी के गांडेय और बेंगाबाद प्रखंड के कंट्रोल रूम इंचार्ज हसनैन आलम ने भी डीलर के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने सभी कार्ड धारियों को बकाया राशन दिलाने की मांग पदाधिकारियों से की है.
होगी कड़ी कार्रवाई- बीडीओ
इस बाबत बेंगाबाद बीडीओ कुमार अभिषेक सिंह ने कहा कि शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी. मामले की अविलंब जांच कराई जाएगी और दोषी डीलर के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
विकट परिस्थिति में मारा जा रहा गरीबों का हक
कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में विकट स्थिति उत्पन्न हो गयी है और सरकार गरीबों को हर सुविधा देने के लिए प्रयासरत है. मगर इसके बावजूद भी कुछ लोग सरकार के आदेशों को धता बताते हुए गरीबों का हक़ मारने का काम कर रहे हैं. ऐसे में अब अहम सवाल यह है कि इन कालाबाजारियों पर प्रशासन किस हद तक अंकुश लगाने में सफल हो पायेगा.