गिरिडीहः जिले में रविवार को कांग्रेस के पूर्व सांसद तिलकधारी प्रसाद सिंह के सम्मान समारोह में भाग लेने पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग के बाद ही महागठबंधन का नेता तय होगा.
कांग्रेस सबसे बड़ी जनाधार वाली पार्टी
मौके पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि महागठबंधन को लेकर बात हुई है. सीटों का बंटवारा होने पर ही महागठबंधन के बारे में कुछ कहा जा सकता है. कांग्रेस सबसे बड़ी जनाधार वाली पार्टी है, इसलिए कांग्रेस को सम्मानजनक सीट मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि झारखंड में बेरोजगारी, भुखमरी, पीडीएस में अनियमितता, किसानों की दयनीय स्थिति जैसी विकट समस्या है. रघुवर सरकार हर मोरचे पर विफल है. विधानसभा चुनाव में इन्हीं एजेंडो के साथ कांग्रेस चुनाव में उतरेगी.
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सरकार कोनार का जिम्मेवार
प्रदेश अध्यक्ष ने गिरिडीह में कोनार नहर का तटबंध टूटने का जिम्मेवार राज्य सरकार को बताया. श्री उरांव ने नहर के तटबंध टूटने को भ्रष्टाचार और ठगी का एक उदाहरण बताया. उन्होंने कहा कि सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन इस सरकार के राज में प्रखंड कार्यालयों और थाना में घूसखोरी चरम पर है. किसानों के हित की बात करनेवाली भाजपा सरकार को किसानों की चिंता थी तो 2015 से ही किसानों को पांच हजार रुपया क्यों नहीं दिया गया. चुनाव आया तो सरकार को किसानों की याद आ गयी. उरांव ने कहा कि झारखंड में लगभग 69 प्रतिशत किसान है, जिनकी हालत दयनीय है.