गिरिडीह: जिले में दहेज प्रताड़ना मामले में फरार चल रहे अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसके बाद उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली उसकी पहली पत्नी ने सवाल खड़े कर दिए हैं. बगोदर निवासी उसकी पत्नी नगमा अरमान ने पत्रकारों से बातचीत में रिपोर्ट पर सवाल खड़ा करते हुए सरकार से कोविड-19 की जांच दोबारा कराए जाने की मांग की है.
रिपोर्ट पॉजिटिव कराए जाने की संभावना
वहीं, नगमा अरमान ने मामले को हाई प्रोफाइल बताया है. कहा है कि उन्हें संदेह है कि एक साजिश के तहत कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव कराया गया है. क्योंकि उसके बड़े भाई रांची के एक सीनियर पुलिस ऑफिसर का बॉडीगार्ड है और ससुर हजारीबाग डीसी ऑफिस में कार्यरत है. साथ ही उसने बताया कि अभियुक्त पति की गिरफ्तारी के बाद उसके दूसरे ससुर ने कहा था कि वे किसी भी कीमत पर उसे जेल नहीं जाने देंगे. इसलिए एक साजिश के तहत उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव कराए जाने की संभावना है.
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अभियुक्त की दोबारा कोरोना जांच कराने की मांग
नगमा अरमान ने वरीय अधिकारियों की निगरानी में अभियुक्त की दोबारा कोरोना जांच कराने की मांग की है. उन्होंने सवाल किया है कि यदि अभियुक्त की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है, तब बगोदर थाना, लोसिंघना थाना और वह जिस अपार्टमेंट में रह रहा था, उसे सील क्यों नहीं किया गया है. बता दें कि दो दिन पूर्व ही बगोदर और हजारीबाग के लोसिंघना थाना पुलिस ने उसे हजारीबाग के आसियाना अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया था.
रीढ़ की हड्डी और पैर में गंभीर चोट
पति और ससुराल वालों से प्रताड़ित नगमा अरमान दूसरों के सहारे से चलती फिरती है. उसकी रीढ़ की हड्डी और पैर में गंभीर चोट लगने से अभी भी अस्वस्थ है. कहती है कि पति और ससुराल के अन्य सदस्यों ने उसे पटना में छत के बालकनी से धकेल दिया था, जिससे उसकी रीड की हड्डी और पैर में गंभीर चोट लगी थी.