गिरिडीह: कोरोना लॉकडाउन होने के बाद शहर में वाहनों का परिचालन बंद है. जिससे लोगों को आने जाने के लिए सोचना पड़ रहा है. ऐसे ही गिरिडीह में पढ़ाई की तैयारी करने वाली पांच छात्राएं शुक्रवार को पैदल ही हजारीबाग की ओर निकल पड़ी. इस बीच लड़कियों पर यातायात थाना प्रभारी रतन कुमार सिंह के साथ-साथ नगर निगम के डिप्टी मेयर प्रकाश राम की नजर पड़ी. दोनों ने पहल की और लड़कियों से बात की. जिसके बाद सभी लड़कियों को परिजनों के पास पहुंचाया गया.
लड़कियों ने बताया कि वे सभी हजारीबाग जिले के अलग-अलग स्थानों की रहने वाली है. गिरिडीह में एक किराए के मकान में रहती है. माहौल को देखते हुए वे सभी अपना-अपना घर जाने के लिए घरवालों से बात की. सुबह में उनके घर के सदस्यों ने बताया कि वे निजी वाहन से आ रहे हैं. काफी देर तक जब घरवाले नहीं पहुंचे तो पांचों पैदल ही शहर से निकल गई. उन्हें यह उम्मीद थी कि रास्ते में घरवाले मिल जाएंगे.
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परिजनों के हाथों में लड़कियों को सौंपा
लड़कियों से बात करने के बाद यातायात प्रभारी ने एक लड़की के भाई से संपर्क किया और उन्हें निजी वाहन से गिरिडीह बुलाया गया. शाम में लड़की के परिजन पहुंचे तो सभी लड़कियों को उनके घर भेजा गया.