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बाइक सवार से अपने ही बेटे को छीनकर भागने लगा पिता, लोगों ने पकड़कर की पिटाई - Jharkhand news

People beat up young man who snatched his own son. गिरिडीह में बिहार के युवक की खूब पिटाई हो गई. जो आया उसे कूटता रहा. यह पिटाई उसके मासूम बेटे के सामने की गई. लहूलुहान हो चुके युवक की जान पुलिस ने बचायी. आखिर क्यों लोगों ने इस युवक की पिटाई की ये भी काफी दिलचस्प है. इस रिपोर्ट में जानिए पूरी कहानी.

People beat up young man who snatched his own son
People beat up young man who snatched his own son
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 24, 2023, 1:15 PM IST

Updated : Nov 24, 2023, 2:17 PM IST

बाइक सवार से अपने ही बेटे को छीनकर भागने लगा पिता

गिरिडीह: एक पिता पांच के छोटे बच्चे को एक व्यक्ति से छीनकर अपनी गाड़ी में बिठाकर ले जा रहा था. लेकिन इससे पहले की वह इलाके से निकल पाता लोगों ने पहले तो उसकी गाड़ी को घेरा और फिर खूब पिटाई कर दी. पिटाई से युवक लहूलुहान हो गया. मामले की सूचना पर पचम्बा थाना पुलिस पहुंची और युवक भीड़ के चंगुल से बचाते हुए अस्पताल में इलाज करवाया. फिलहाल पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है.

कैसे बढ़ा लोगों का गुस्सा: शुक्रवार सुबह पचम्बा थाना इलाके के कल्याणडीह निवासी उत्तम कुमार विश्वकर्मा अपने पुत्र और पड़ोस के रहने वाली रिमझिम सावन के पांच साल के पुत्र देवेश कुमार को बाइक पर बिठाकर स्कूल जा रहे थे. जैसे ही वह पचम्बा हाई स्कूल के पास पहुंचे तो एक बिना नंबर की कार ने उत्तम की बाइक को ओवरटेक कर रोका. बाइक रुकते ही कार से तीन आदमी नीचे उतरे और उत्तम से दोनों बच्चे को छीनने लगे. इस बीच चौथा आदमी भी कार से नीचे उतरा. उसने उत्तम के पुत्र को छोड़ देने की बात कही और रिमझिम के पुत्र देवेश को उठाकर कार में बिठाने को कहा. सभी ने देवेश को कार के अंदर बैठा लिया और कार को कोवाड़ की तरफ लेकर भागने लगे.

इधर, सरेआम बच्चे की अपहरण की खबर इलाके में फैल गई. लोग कार का पीछा करने लगे. लोगों ने कोवाड़ मोड़ के पास कार को घेर लिया और हमला बोल दिया. अचानक लोगों की घेराबंदी को देखकर कार पर सवार तीन लोग कार से उतर कर भाग गए. जबकि बिहार के बांका जिला अंतर्गत थोरिया थाना इलाके का रहने वाला धन्यजय कुमार मंडल को भीड़ ने पकड़ लिया. धनंजय की खूब पिटाई की गई. कार को चूर दिया गया. इस बीच पचम्बा थाना प्रभारी मुकेश दयाल सिंह मौके पर पहुंचे और भीड़ के चंगुल से धनंजय को बचाते हुए उसे हिरासत में लिया. पुलिस ने पहले धनंजय का इलाज करवाया. तब पता चला कि जिस बच्चे का अपहरण करने का प्रयास किया गया वह बच्चा धनंजय का बेटा है.

क्यों अपने ही बेटे को लेकर भाग रहा था पिता: इस विषय पर धनंजय ने पुलिस के समक्ष बताया कि उसकी शादी कल्याणडीह निवासी प्रेमचंद राउत की पुत्री रिमझिम सावन के साथ वर्ष 2114 में हुई थी. शादी के बाद एक पुत्र हुआ जिसका नाम देवेश कुमार हैं. 2020 से रिमझिम अपने मायके में रही हैं और बच्चा भी उसी के साथ रहता है. वह बच्चे के प्रेम में आया था और अपने साथ अपना बच्चा लेकर जा रहा हैं लोगों ने इसे अपहरण समझ लिया.

क्या बोलती हैं रिमझिम: इधर, बच्चे की मां और धनंजय की पत्नी रिमझिम का कहना है कि उसके साथ उसका पति मारपीट करता था. इसी वजह से उसे मुकदमा करना पड़ा. वह 2020 से अपने मायके में बच्चे के साथ रह रही हैं. उसका मामला फैमिली कोर्ट में चल रहा है. कहा कि उसका पति जबरन ही उसके बेटे को उठाकर ले जाना चाहता है.

बाइक सवार से अपने ही बेटे को छीनकर भागने लगा पिता

गिरिडीह: एक पिता पांच के छोटे बच्चे को एक व्यक्ति से छीनकर अपनी गाड़ी में बिठाकर ले जा रहा था. लेकिन इससे पहले की वह इलाके से निकल पाता लोगों ने पहले तो उसकी गाड़ी को घेरा और फिर खूब पिटाई कर दी. पिटाई से युवक लहूलुहान हो गया. मामले की सूचना पर पचम्बा थाना पुलिस पहुंची और युवक भीड़ के चंगुल से बचाते हुए अस्पताल में इलाज करवाया. फिलहाल पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है.

कैसे बढ़ा लोगों का गुस्सा: शुक्रवार सुबह पचम्बा थाना इलाके के कल्याणडीह निवासी उत्तम कुमार विश्वकर्मा अपने पुत्र और पड़ोस के रहने वाली रिमझिम सावन के पांच साल के पुत्र देवेश कुमार को बाइक पर बिठाकर स्कूल जा रहे थे. जैसे ही वह पचम्बा हाई स्कूल के पास पहुंचे तो एक बिना नंबर की कार ने उत्तम की बाइक को ओवरटेक कर रोका. बाइक रुकते ही कार से तीन आदमी नीचे उतरे और उत्तम से दोनों बच्चे को छीनने लगे. इस बीच चौथा आदमी भी कार से नीचे उतरा. उसने उत्तम के पुत्र को छोड़ देने की बात कही और रिमझिम के पुत्र देवेश को उठाकर कार में बिठाने को कहा. सभी ने देवेश को कार के अंदर बैठा लिया और कार को कोवाड़ की तरफ लेकर भागने लगे.

इधर, सरेआम बच्चे की अपहरण की खबर इलाके में फैल गई. लोग कार का पीछा करने लगे. लोगों ने कोवाड़ मोड़ के पास कार को घेर लिया और हमला बोल दिया. अचानक लोगों की घेराबंदी को देखकर कार पर सवार तीन लोग कार से उतर कर भाग गए. जबकि बिहार के बांका जिला अंतर्गत थोरिया थाना इलाके का रहने वाला धन्यजय कुमार मंडल को भीड़ ने पकड़ लिया. धनंजय की खूब पिटाई की गई. कार को चूर दिया गया. इस बीच पचम्बा थाना प्रभारी मुकेश दयाल सिंह मौके पर पहुंचे और भीड़ के चंगुल से धनंजय को बचाते हुए उसे हिरासत में लिया. पुलिस ने पहले धनंजय का इलाज करवाया. तब पता चला कि जिस बच्चे का अपहरण करने का प्रयास किया गया वह बच्चा धनंजय का बेटा है.

क्यों अपने ही बेटे को लेकर भाग रहा था पिता: इस विषय पर धनंजय ने पुलिस के समक्ष बताया कि उसकी शादी कल्याणडीह निवासी प्रेमचंद राउत की पुत्री रिमझिम सावन के साथ वर्ष 2114 में हुई थी. शादी के बाद एक पुत्र हुआ जिसका नाम देवेश कुमार हैं. 2020 से रिमझिम अपने मायके में रही हैं और बच्चा भी उसी के साथ रहता है. वह बच्चे के प्रेम में आया था और अपने साथ अपना बच्चा लेकर जा रहा हैं लोगों ने इसे अपहरण समझ लिया.

क्या बोलती हैं रिमझिम: इधर, बच्चे की मां और धनंजय की पत्नी रिमझिम का कहना है कि उसके साथ उसका पति मारपीट करता था. इसी वजह से उसे मुकदमा करना पड़ा. वह 2020 से अपने मायके में बच्चे के साथ रह रही हैं. उसका मामला फैमिली कोर्ट में चल रहा है. कहा कि उसका पति जबरन ही उसके बेटे को उठाकर ले जाना चाहता है.

क्या कहती है पुलिस: इधर, पचम्बा थाना प्रभारी मुकेश दयाल सिंह ने बताया कि पारिवारिक विवाद में बाप ही अपने बेटे को ले जा रहा था, जिसे लोगों ने अपहरण समझ लिया. आगे दोनों पक्ष थाना आया है जांच की जा रही हैं.

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Last Updated : Nov 24, 2023, 2:17 PM IST
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