गिरिडीह: विश्व प्रसिद्ध जैन तीर्थस्थल मधुबन (पारसनाथ) में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगातार योजना बन रही है. इनमें से कई योजनाओं का संचालन हो रहा है. अब यहां वैष्णो देवी की तर्ज पर वंदना पथ के किनारे पब्लिक यूटिलिटी और रौशनी की व्यवस्था की जाएगी. प्रकृति की सुंदरता से भरे इस क्षेत्र के विकास को लेकर और अधिक क्या किया जा सकता है इसे लेकर पर्यटन कला संस्कृति खेलकूद एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव अमिताभ कौशल गिरिडीह पहुंचे. यहां पर विधायक सुदिव्य कुमार, डीसी राहुल कुमार सिन्हा तथा एसपी अमित रेणू के साथ काफी देर तक बैठक की.
इस बैठक में सदर विधायक सुदिव्य ने पर्यटन क्षेत्र के विकास को लेकर कई योजनाओं पर चर्चा भी की. विधायक सुदिव्य ने परिक्रमा पथ उर्फ वंदना पथ के रख रखवा करने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी या अंचलाधिकारी के नेतृत्व में एक कमिटी के गठन करने. परिक्रमा पथ के अलावा मन्दिर की और जाने वाले सीढ़ी में दोनों तरफ लाइटिंग और हर किलोमीटर पर पब्लिक यूटिलिटी की व्यवस्था करने. रहने की समस्या को दूर करने के लिए 100 कमरे का भवन निर्माण करने. वहीं उसरी झरना के सौंदर्यीकरण के लिए कार्य करने पर चर्चा की. चर्चा के बाद विधायक ने कहा कि सचिव ने उनकी प्रस्ताव पर सहमती दी है. उन्होंने कहा कि मधुबन में तो विकास का कार्य होगा ही इसके अलावा उसरी झरना में 1.72 करोड़ की लागत से सौंदर्यीकरण, 10 दुकानों का निर्माण, पब्लिक यूटिलिटी का निर्माण होगा. वहीं दुखिया महादेव का भी सौंदर्यीकरण होगा.
ऐसी की गई है तैयारी
इस बैठक के बाद सचिव और डीसी-एसपी के साथ अन्य अधिकारी मधुबन भी पहुंचे. यहां निरीक्षण के क्रम में सचिव अमिताभ कौशल ने कहा कि गिरिडीह जिले में स्थित पारसनाथ मंदिर में व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य पारसनाथ मंदिर को प्रमुख पर्यटनस्थल के रूप में विकसित करना है. पर्यटकों की सुविधा के लिए सामुदायिक शौचालय, पेयजल, यात्री शेड, वाहन पड़ाव, परिक्रमा पथ, मंदिर जाने के लिए सीढ़ियां, विश्राम स्थल, अरामगृह, प्राथमिक उपचार की सुविधा, सूचना केंद्र की सुविधा, रेस्टोरेंटे एवं दुकान की सुविधा, पहचान/संकेत सूचक आदि की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिया गया है. साथ ही क्षेत्रीय लोगों व ग्रामीणों के लिए रोजगार के अवसर हेतु रेस्टोरेंट आदि के संचालन को लेकर निर्देश दिए गए.
डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने बताया कि यहां परिक्रमा पथ (त्रिज्या 04 किलोमीटर, लंबाई 24 किलोमीटर) का कार्य किया जाना है. साथ ही मंदिर जाने के लिए सीढ़ियां/पगडंडी का निर्माण, मंदिर जाने वाले मार्ग एवं सीढ़ियां पर प्रत्येक 3-5 किलोमीटर के अंतराल पर विश्राम स्थल की व्यवस्था, इसके अलावा अरामगृह, प्राथमिक उपचार की सुविधा, सूचना केंद्र की सुविधा, रेस्टोरेंटे एवं दुकान की सुविधा, पहचान/संकेत सूचक आदि की व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया जाएगा. इसके अलावा जिले में उसरी फॉल के विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए सुविधाओं को सुदृढ़ एवं सुगम बनाया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- कोरोना इफेक्ट: जैन तीर्थस्थल मधुबन में सन्नाटा, परेशान हैं दुकानदार, डोली मजदूर भी बेहाल
उसरी फॉल के लिए योजना
डीसी राहुल ने बताया कि उसरी फॉल में प्रत्येक वर्ष हजारों/लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं. इस उद्देश्य से उसरी फॉल का सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा. उसरी फॉल के सौंदर्यीकरण कार्य हेतु वहां कॉन्फ्रेंस हॉल, शौचालय, बाउंड्री वॉल, चबूतरा, साबुन का यूनिट, तोरण द्वार, गेट, घाट, गार्ड वॉल, आरसीसी बेंचेस रूफ कास्टिंग के साथ, पेवर ब्लॉक, हाई मास लाइट, हैंड पंप (125mm dia 2 यूनिट) एवं अन्य विकास कार्यों का क्रियान्वयन किया जाना है. जिसके लिए 1 करोड़ 69 लाख 15 हजार 600 रुपए की राशि की मांग की गई है. इसके अलावा पीरटांड़ प्रखंड अंतर्गत शिवरात्रि मेला मैदान पर्यटकीय कार्य निर्माण किया जाना है. जिसके तहत घेराबंदी, हैजिंग, गेट, मंच, सार्वजनिक शौचालय, पेयजल व्यवस्था, शेड, बेंच, पेबर ब्लॉक एवं स्ट्रीट लाइट आदि कार्य किया जाना है.
डीसी ने बताया कि गिरिडीह प्रखंड अंतर्गत दूखिया महादेव में सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाना है. जिसके तहत विवाह मंडप, शौचालय पेयजल व्यवस्था, कियोस्क सीमेंटेड कुर्सी, कचरा प्रबंधन सामुदायिक भवन विद्युतीकरण व्यवस्था, तोरण द्वार, विवाह भवन, बागवानी, छतदार चबूतरा, हाई मास्क लाइट आदि कार्य किए जाने है. साथ ही बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत कर्णपुरा पंचायत के ग्राम खंडोली में खंडोली पर्यटन स्थल में 30 कमरा, लॉज, कार पार्किंग एवं साइकिल स्टैंड आदि कार्य किए जाने है. इसी प्रकार तिसरी प्रखंड अंतर्गत ग्राम कोदायबांक में स्टेडियम का निर्माण कार्य किया जाना है.