गिरिडीहः पंचायतों के समुचित विकास को लेकर जो राशी सरकार की ओर से दी जाती है. केंद्र और राज्य सरकारें 14वें वित्त आयोग के साथ साथ विभिन्न मद में अनुदान राशी उपलब्ध करवा रही है. लेकिन इसमें आए दिन गड़बड़ी की शिकायत मिलती है. इस तरह की गड़बड़ी 14वें वित्त की राशि में की गई है. 14वें वित्त की राशि से पंचायतों में स्ट्रीट लाइट खरीदा गया, जिसमें गड़बड़ी की गई है. यह मामला सदर प्रखंड के अगदोनी कला पंचायत की है. इस पंचायत में बाजार मूल्य से ढाई गुणा अधिक राशि का भुगतान करके एलइडी लाइट की खरीदारी की गई. इस गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर 14 माह पहले जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने जांच की. जांच के दौरान पंचायत सचिव की ओर से योजना पंजी उपलब्ध कराया गया. लेकिन अभिलेख पंजी जांच अधिकारी को उपलब्ध नहीं कराया गया. पंचायती राज पदाधिकारी ने जनवरी 2021 में जांच रिपोर्ट में यह साफ कर दिया था कि इस योजना के क्रियान्वयन में वित्तीय अनियमितता की गई है. लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं की गई है.
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अगदोनी कला पंचायत सचिव और मुखिया की ओर से 17 लाख 66 हजार 187 रुपए खर्च कर कुल 185 लाइट लगाए गए. गलियों में जो लाइट लगाए गए हैं, वह 72 वाट और 45 वाट के हैं. पंचायत में रामगढ़ की एजेंसी से लाइट लगवाया गया. 72 वाट के लाइट की खरीदी 7000 रुपये तो 45 वाट के लाइट की खरीदी 4450 रुपये में की गई. हालांकि इन लाइट की कीमत बाजार में क्रमशः 2294 और 1350 रुपया ही है. लाइट की खरीदी के बाद इसकी फिटिंग में 5,44,825 रुपया खर्च किया गया. इतना ही नहीं, इन लाइट को जैसे तैसे लगाए गए. पोल की जगह ग्रामीणों के घरों की छत, लकड़ी के खुट्टे, पेड़ पर लाइट को टांग दिया गया. जनवरी 2021 में जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने जो जांच रिपोर्ट डीसी को सौंपी थी. इस रिपोर्ट में पंचायत जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की करतूत का जिक्र है.
मुखिया सुनीता देवी कहती है कि लाइट लगाने में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं की गई है. प्रावधानों के अनुसार खरीदारी की गई और खरीदने से पहले तीन कंपनियों के कोटेशन मंगाए गए. इसमें जिस कंपनी का दर सबसे न्यूनतम था, उसी कंपनी से खरीदी की गई. सदर अनुमंडल पदाधिकारी विशालदीप खलखो ने कहा कि योजना की फाइल मंगवाई गई है. शीघ्र की जांच प्रक्रिया पूरी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. बहरहाल अधिकारी जो कहें. लेकिन स्ट्रीट लाइट खरीदी में गड़बड़ी का मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.