गिरिडीहः अगलगी की घटना के बाद बगोदर प्रखंड के अटका स्थित बैंक ऑफ इंडिया के शाखा से दो सालों से रुपए की लेनदेन नहीं हो रहा है. यहां के खाताधारकों को इस काम के लिए 10 किमी दूरी चलकर बगोदर आना पड़ता है. बगोदर स्थित बीओआई के जरमुन्ने शाखा से खाताधारकों को रुपये की लेनदेन करनी पड़ रही है. अब बीओआई ग्राहक सेवा केंद्र का आईडी भी बंद है. ऐसे में खाताधारकों की परेशानियां बढ़ गई है.
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बगोदर स्थित बीओआई के जरमुन्ने शाखा से खाताधारकों को रुपये की लेनदेन करनी पड़ रही है. ऐसे में अटका में संचालित बीओआई का ग्राहक सेवा केंद्र से खाताधारकों के द्वारा रुपए की लेनदेन की जाती है. लेकिन 10 दिन से यहां भी पैसा जमा नहीं हो रहा है. ग्राहक सेवा केंद्र के आईडी को लॉक कर दिया गया है. इससे खाताधारकों को अब रुपए की लेनदेन के लिए 10 किमी दूरी चलकर बगोदर आने की लाचारी है. आईडी लॉक होने से खाताधारकों को बैंकिंग संबंधी छोटी-छोटी सुविधाओं के लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है. इससे ग्रामीण खाताधारकों में नाराजगी है.
बगोदर के अटका में संचालित बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहक सेवा केंद्र में ग्रामीण खाताधारकों को बैंकिंग संबंधित कार्यों के निपटारे में समस्याओं से जुझते देखा गया. दो दर्जन से अधिक उपभोक्ता यहां रुपए की निकासी सहित अन्य कार्यों से पहुंचे हुए थे. मगर आईडी लॉक रहने के कारण उपभोक्ताओं को बैरंग वापस लौटना पड़ा. उपभोक्ताओं के द्वारा लॉक किए गए बीसी की आईडी को खोले जाने की मांग की गई है. बैंकिंग कार्य से बीसी केंद्र पहुंचे खाताधारी रामचंद्र साव ने कहा कि पैसे की निकासी के लिए एक सप्ताह से घूम रहे हैं मगर पैसे की निकासी नहीं हो रही है.
ग्रामीण ने बताया कि अटका स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में आग लगने के बाद दो सालों से यहां से रुपए की निकासी भी बंद है. ऐसे में बगोदर स्थित बैंक ऑफ इंडिया के शाखा से रुपए की लेनदेन करने की लाचारी है. इधर ग्राहक सेवा केंद्र संचालक रंजीत पांडेय ने बताया कि बैंक ऑफ इंडिया से जुड़े झारखंड भर के 7 सौ बीसी का आईडी पिछले 3 सितंबर को शाम से लॉक है. उन्होंने बताया कि बीओआई के अटका शाखा से दो सालों से रुपए की निकासी बंद है. ऐसे में खाताधारकों को बीसी सहारा बना हुआ था.
रंजीत पांडेय ने कहा कि ग्राहक सेवा केंद्र को कॉरपोरेट एजेंसी से जुड़ने के लिए बोला जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के बीसी कॉरपोरेट एजेंसी से जुड़ने को तैयार नहीं है. उन्होंने बताया कि मामले को लेकर बीसी संघ के द्वारा सीएम को पत्र भेजकर इंसाफ की गुहार लगाई गई है. इधर बीओआई अटका शाखा के मैनेजर अशोक कुमार का कहना है कि बीओआई में लगभग दो साल पूर्व आग लग गई थी. उसके बाद से बैंक सैटल नहीं हो पाया है. फिलहाल खाताधारकों के द्वारा रुपए की लेन- देन का कार्य बीओआई जरमुन्ने शाखा से हो रही है.