गिरीडीह: जिले के गांवा थाना क्षेत्र से छठ घाट से लापता 6 वर्षीय बच्चे का शव बरामद किया गया है (Missing child body recovered from forest). 10 दिनों बाद लापता बच्चे का शव जंगल में मिलने से इलाके में सनसनी और आक्रोश का माहौल बन गया. सूचना फैलते ही काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई. वहीं गांवा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच कर अग्रिम कार्रवाई में जुटी हुई है.
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छठ पूजा के पहले अर्घ्य के दिन शाम के समय गांवा के सेरुआ निवासी बिनोद यादव का 6 वर्षीय पुत्र ऋषि कुमार छठ घाट से रहस्मयी तरीके लापता हो गया था. काफी खोजबीन करने के बाद भी बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला. पुलिस की टीम ने बच्चे की खोजबीन के लिए खोजी कुत्ते का भी सहारा लिया गया था और पोस्टर भी चिपकाए गए थे, लेकिन कुछ सफलता हाथ नहीं लगी थी. हालांकि इस मामले में गांवा पुलिस द्वारा कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लेने की बात कही जा रही है. मगर पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया. अब 10 दिनों बाद बच्चे का शव गांवा के चिरैया पहाड़ के पीछे जंगल में पाया गया गया है. बताया जा रहा है कि गुरुवार की सुबह कुछ ग्रामीण महिलाएं जंगल की तरफ गई थी. इसी दौरान महिलाओं की नजर शव पर पड़ी.
कहा जा रहा है कि बच्चे की हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया गया है. यह खबर फैलते ही सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हुए और घटना के विरोध में सड़क जाम कर दिया. इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारे लगाए. लोगों की नाराजगी को देखते हुए पूर्व विधायक राजकुमार यादव, पुलिस इंस्पेक्टर सहदेव प्रसाद, गांवा थाना प्रभारी, तिसरी थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने के प्रयास किया.
मौके पर पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने कहा कि पुलिस को मामले को गंभीरता से लेना चाहिए. घटना के बाद गांवा पुलिस द्वारा कुछ संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था, मगर उन्हें छोड़ दिया गया. उन्होंने पुलिस के वरीय अधिकारियों से एसआईटी गठन कर घटना के पीछे दोषी लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में ऐसी आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं जिससे लोग खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं.