गिरिडीह: जैन धर्म के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल पारसनाथ (सम्मेद शिखर) पहाड़ पर दर्शन करने जा रहे स्कूली बच्चों को रोकने के बाद आक्रोशित हुए ग्रामीणों को समझाया गया. सदर विधायक सुदिव्य कुमार द्वारा न्यायसंगत कार्रवाई करने का भरोसा देने, बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करनेवाले जैन तीर्थयात्रियों द्वारा माफी मांगे जाने और अधिकारियों द्वारा न्याय करने की बात कहे जाने के बाद नाराज लोग शांत (villagers calmed down after MLA explained) हुए. अब स्थिति सामान्य है.
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इससे पहले ग्रामीणों ने बुधवार दोपहर को प्रदर्शन किया. इसके बाद शाम में मधुबन थाना परिसर में नारेबाजी की. विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पदाधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ बैठक की. डुमरी एसडीएम प्रेमलता मुर्मू, एसडीपीओ मनोज कुमार, डीएसपी संजय राणा, पीरटांड़ बीडीओ, थाना प्रभारी मृत्युंजय सिंह की मौजूदगी में स्थानीय ग्रामीण (अजैन) व जैन संस्था से जुड़े लोगों की बैठक हुई. बैठक में हीरालाल महतो, युवराज महतो, सिकंदर हेम्ब्रोम, सतेंद्र जैन, दीपक जैन, अमर तुरी, झरीलाल महतो, महावीर मुर्मू, सुमन सिन्हा समेत कई लोग मौजूद रहे. बैठक की शुरुआत ही हंगामेदार रही. इसके बाद संस्था से जुड़े लोग चले गए. इस बीच मौके पर सदर विधायक सुदिव्य कुमार पहुंचे और लोगों को शांत कराया.
क्या- क्या हुआ बैठक में : यहां उपस्थित युवराज महतो, महावीर मुर्मू, सिकंदर हेम्ब्रोम, अमर तुरी ने यहां के लोगों की भावनाओं से विधायक और अधिकारियों को अवगत करवाया. उन्होंने कहा कि पारसनाथ सभी का है और हम किसी की भावना को आहत करना नहीं चाहते हैं. यह पावन भूमि है और सभी को उचित सम्मान मिलना चाहिए. तीर्थयात्री आते हैं, वे किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं करें. लोगों की बात सुनने के बाद विधायक ने सभी को संयम रखने को कहा. विधायक ने कहा कि क्षेत्र हमारा है और इसका ख्याल भी हमें ही रखना है. कहा कि हमें संयमित होकर ही कोई निर्णय लेना है.
दोनों यात्रियों ने मांगी माफी : इस दौरान उपस्थित लोगों ने बच्चों के संग दुर्व्यवहार करनेवाले तीर्थ यात्रियों को बुलाने की मांग की. भीड़ का आक्रोश देखते हुए थाना के अंदर बैठाए गए दोनों पर्यटक तीर्थयात्रियों से विधायक व अन्य अधिकारियों ने बात की. विधायक ने दोनों पर्यटक यात्रियों को फटकार लगाई और साफ कहा कि धार्मिक स्थल या पहाड़ पर जाने से कोई रोक नहीं सकता. स्थानीय लोग धार्मिक स्थल की पवित्रता बरकरार रखते हुए ही पर्वत जाते हैं. बाकी चीजों के लिए प्रशासन है. विधायक के रुख देखते हुए दोनों पर्यटक यात्रियों ने माफी मांगी.
10 जनवरी की बैठक में तय होगी आगे की रणनीति- विधायक : बैठक के बाद विधायक सुदिव्य ने कहा कि पारसनाथ पहाड़ जाने के क्रम में स्कूली बच्चों के साथ दो तीर्थयात्रियों द्वारा किया गया दुर्व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है. इसी मुद्दे को लेकर स्थानीय लोगों व जैन समुदाय के लोगों के बीच गतिरोध उत्पन्न हुआ था, जिसे लेकर वार्ता हुई. कहा कि पहाड़ सभी का है और इसपर जाने से रोका जाना उचित नहीं है. इससे पहले विधानसभा सत्र के दरमियान रांची में जैन समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात हुई थी. वहां उनलोगों ने इस क्षेत्र को तीर्थ क्षेत्र घोषित करने की मांग रखी थी. उनलोगों ने जनवरी में यहां के मुद्दों को लेकर मधुबन में बैठक करने की बात कही थी. अब 9 जनवरी तक जैन समाज के ट्रस्टी मधुबन आकर वार्ता नहीं करते हैं तो 10 जनवरी को मधुबन संक्रान्ति मैदान में यहां के लोग जुटेंगे और जो इनकी मर्जी होगी, उसके अनुसार आगे का रास्ता तय किया जाएगा.
स्थिति पूरी तरह सामान्य : एसडीएम प्रेमलता मुर्मू ने कहा कि मधुबन में बच्चों संग दुर्व्यवहार के बाद हंगामा हुआ था. दुर्व्यवहार करनेवाले दोनों यात्रियों को थाना लाया गया जहां पुलिस अधिकारी द्वारा पूछताछ की गई है. बाकी ग्रामीणों व जैन संस्था के लोगों संग बैठक हुई है. यहां पूरी तरह से शांति है. लोग अफवाह में नहीं पड़ें.