गिरिडीह: गांव में सड़क नहीं रहने के कारण एक बीमार आदिवासी महिला की मौत ससमय इलाज नहीं होने के कारण हो गई. इस मामले को सूबे की मंत्री सह डुमरी विधायक बेबी देवी ने गंभीरता से लिया है. मंत्री ने खबर प्रकाशित होने के चंद घंटे के अंदर ही डुमरी प्रखंड के छछंदो पंचायत के चारुबेडा की सड़क को बनाने की अनुशंसा कर दी है.
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चारुबेडा से टेसाफूली तक की सड़क के अलावा इसी पंचायत के बिरहोरगड्ढा की सड़क बनाने की अनुशंसा की है. इसे लेकर मंत्री द्वारा ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव को पत्र लिखा है. पत्र में इन दोनों सड़क के निर्माण को लेकर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया है. इससे पहले मंत्री के पुत्र राजू महतो ने मृतक के परिजनों से मुलाकात भी की और जल्द से जल्द गांव की सड़क बनाने का भरोसा दिया.
क्या है मामला: यहां बता दें कि चारुबेडा गांव निवासी बबलू मुर्मू की पत्नी सीतामुनि सोमवार को बीमार हो गई थी. सोमवार की शाम को ग्रामीण चिकित्सक से सीता को दवा दिलवायी गई लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हो सका. मंगलवार की सुबह तबीयत और बिगड़ गई तो उसे डुमरी स्थित रेफरल अस्पताल ले जाने का निर्णय लिया गया. चूंकि चारुबेडा से टेसाफूली गांव तक सड़क नहीं है. ऐसे में सीता कल खाट पर लादा गया और चारुबेडा से पैदल ही घरवाले टेसाफूली पहुंचे. लगभग तीन किमी दूरी तय करने में सीता के परिजनों व घरवालों को काफी समय लग गया.
टेसाफूली से फिर एम्बुलेंस के माध्यम से सीता को डुमरी ले जाया गया लेकिन तब तक सीता ने दम तोड़ दिया था. बुधवार को यहां के लोगों ने इस घटना का वीडियो वायरल किया. इस खबर को ईटीवी भारत ने काफी प्रमुखता से प्रकाशित भी किया. दूसरी तरफ मामले की जानकारी जैसे ही मंत्री बेबी देवी को लगी तो उन्होंने तुरंत ही इस गांव का हाल जानने अपने पुत्र राजू को भेजा. यहां से राजू ने पूरी रिपोर्ट मंत्री को दी जिसके बाद मंत्री ने तुरंत ही सड़क बनाने की अनुशंसा कर दी.