गिरिडीहः चिलखारी नरसंहार की घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी और नक्सली कोल्हा यादव को भेलवाघाटी पुलिस ने सोमवार गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गिरफ्तार नक्सली को पकड़ने के लिए गिरिडीह पुलिस वर्षों से परेशान थी.
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बिहार के जमुई जिला के चरकापत्थर थाना क्षेत्र के विशुनपुर गांव का रहनेवाला कोल्हा यादव नहसंहार मामले में वर्षो से फरार चल रहा था. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी. जिसके आधार पर थाना प्रभारी प्रशांत कुमार के नेतृत्व में भेलवाघाटी पुलिस ने विशुनपुर स्थित घर में छपेमारी की और कोल्हा को गिरफ्तार किया. छापेमारी टीम में भेलवाघाटी के थाना प्रभारी प्रशांत कुमार, चरकापत्थर के थाना प्रभारी राजा राम शर्मा के साथ साथ बुद्धिनाथ मार्डी, हवलदार विद्याशंकर राय, ओमप्रकाश यादव, सुरेंद्र उरांव, पूरनचंद सिंह, अनोज कुमार शामिल रहे.
गिरफ्तार नक्सली के खिलाफ झारखंड और बिहार में केस है दर्ज
चिलखारी नरसंहार की घटना के साथ साथ कोल्हा यादव ढिबरा में व्यवसायी दासो साव हत्याकांड में नामजद आरोपी है. इसके साथ ही वर्ष 2008 के 18 अक्टूबर को तिसरी थाना क्षेत्र के नारों टांड़ गांव निवासी ढिबरा व्यवसायी दासो साव की हत्या हुई थी. इस मामले में कांड संख्या 166/08 के तहत नक्सली रमेश यादव और कोल्हा के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज है. 26 अक्टूबर 2007 में झारखंड-बिहार के सीमा पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान भाकपा माओवादियों के दस्ते की ओर से फायरिंग की गई, जिसमें पूर्व मुख्य मंत्री बाबूलाल मरांडी के पुत्र अनूप मरंडी सहित बीस लोग मारे गए थे.
इन घटना के मुख्य आरोपी कोल्हा के खिलाफ भेलवाघाटी में केस दर्ज है. इसके बाद कोल्हा इस क्षेत्र से भाग निकला. भेलवाघाटी थाना प्रभारी प्रशांत कुमार ने बताया कि नक्सली कोल्हा के खिलाफ भेलवाघाटी थाने में दो केस दर्ज है और बिहार के सोनो थाना में 17 प्राथमिकी दर्ज है.