बगोदर/गिरिडीहः जिले के बगोदर प्रखंड सहित आसपास के इलाके के ग्रामीणों के सपने 40 साल बाद 28 अगस्त को पूरे होंगे. इलाके की अतिमहत्वाकांक्षी और बहुप्रतीक्षित कोनार नहर सिंचाई परियोजना का उद्घाटन होने जा रहा है. 28 अगस्त को सीएम रघुवर दास कोनार नहर सिंचाई परियोजना का उद्घाटन करेंगे.
बगोदर कोनार नहर डिवीजन के कार्यपालक अभियंता श्याम किशोर प्रसाद सिंह ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि विष्णुगढ़ के बनासो में उद्घाटन समारोह का आयोजन होगा. इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. बगोदर में फिलहाल 16 किमी की दूरी तक नहर में पानी पहुंचेगा. इधर बगोदर विधायक नागेंद्र महतो ने बताया कि कोनार नहर में अब तक ट्रायल में दो बार पानी छोड़ा भी गया है. कोनार नहर में पानी आने से क्षेत्र के किसान पटवन कर कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होंगे.
1978 में शुरू हुआ नहर निर्माण कार्य
एकीकृत बिहार के समय 1978 में कोनार नहर निर्माण कार्य का शुभारंभ हुआ था. तत्कालीन राज्यपाल जगरनाथ कौशल और सिंचाई मंत्री सचिदानंद सिंह के द्वारा इसका शिलान्यास किया गया था. नहर निर्माण में मची लूट के कारण 1990 के दशक में निर्माण कार्य बंद कर दिया गया था, जो लंबे समय तक बंद रहा. इस बीच अलग राज्य का गठन होने पर 2017 में झारखंड सरकार के द्वारा नहर रिलाइनिंग का कार्य शुरू किया गया. नहर निर्माण का मुख्य उद्देश्य बंजर भूमि में पटवन की सुविधा बहाल कर हरियाली लाना है.
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अधूरा पड़ा है निर्माण कार्य
कोनार नहर का उद्घाटन होने जा रहा है. ऐसे में नहर निर्माण के अधूरे पड़े कार्य पर सवाल उठ रहे हैं. बता दें कि बगोदरडीह से हेसला के बीच लगभग 1 किमी तक नहर रिलाइनिंग का कार्य अधूरा पड़ा है. दशकों पहले हुए निर्माण कार्य भी ध्वस्त होते जा रहे हैं. वहीं, कार्यपालक अभियंता ने बताया कि स्थानीय लोगों के द्वारा ठेकेदारों को परेशान किया जा रहा था. इसके कारण रिलाइनिंग का कार्य छोड़ा गया है. विभाग के वरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई है.