गिरिडीह: बगोदर के प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहरधाम परिसर में स्थित राधाकृष्ण मंदिर में पांच दिवसीय झूलन महोत्सव शुरू हो गया है. सावन पूर्णिमा में इसका समापन होगा. यहां लंबे समय से सावन महीने में पांच दिवसीय झूलन महोत्सव का आयोजन होता आ रहा है. मंदिर के पुजारी विजय पाठक के अनुसार मंदिर के संस्थापक बाबा अमरनाथ मुखोपाध्याय की ओर से इसकी शुरुआत की गई थी.
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पांच दिनों तक की जाती है पूजा-अर्चना
पुजारी ने बताया कि झूलन महोत्सव में भगवान कृष्ण और राधा रानी को झूलन में विराजमान कर पांच दिनों तक विशेष पूजा की जाती है. हालांकि इस बार कोरोना काल के कारण उत्सव थोड़ा फीका पड़ गया है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण श्रद्धालुओं के आगमन पर रोक लगा दी गई है. इस वजह से श्रद्धालु नहीं पहुंच रहे हैं. पुजारी ने बताया कि झूलनोत्सव के मौके पर यहा पांच दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाता है. इस बार कोरोना को लेकर इसमें मंदिर से जुड़े तीन-चार लोग ही शामिल हो रहे हैं. बता दें कि कोरोना की वजह से मंदिर में भक्तों का प्रवेश वर्जित है. जिसकी वजह से मंदिर में पुजारी ही भगवान की पूजा-अर्चना कर रहे हैं.