बगोदर, गिरिडीह: ओमान की राजधानी मस्कट में रहने वाले झारखंड के प्रवासी मजदूरों ने भी 60-40 नियोजन नीति का विरोध किया है. मजदूरों ने इस नीति के खिलाफ मस्कट में प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया है. मस्कट में रहनेवाले मजदूरों ने झारखंड में 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करने और उसी के अनुरूप सरकारी नौकरियों में बहाली करने की मांग की है.
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टाइगर जयराम महतो के आंदोलन का मजदूरों ने किया समर्थनः साथ ही 60-40 नियोजन नीति के विरोध में झारखंड में आंदोलन की अगुआई कर रहे टाइगर जयराम महतो का मजदूरों ने समर्थन किया है. मजदूरों ने विभिन्न स्लोगन लिखी तख्तियां हाथों में लेकर प्रदर्शन किया है. तख्तियां में लिखा है 60-40 नीति नाय चलतो, 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करो, टायगर जयराम महतो जिंदाबाद आदि स्लोगन लिखे हैं. मजदूरों ने प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया है.
10 और 11 जून को छात्र संगठनों ने फिर बुलाया है झारखंड बंदः बता दें कि 60- 40 नियोजन नीति के खिलाफ झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के द्वारा पूरे झारखंड में विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा. साथ ही सरकार से खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करने की मांग की जा रही है. इसी कड़ी में 10 और 11 जून को झारखंड बंद का ऐलान किया गया है.
मस्कट में रहनेवाले इन मजदूरों ने जताया विरोधः दूसरी तरफ झारखंड के प्रवासी मजदूरों ने मस्कट में रहकर इस नीति के विरोध में प्रदर्शन किया है. मस्कट में प्रदर्शन करनेवाले मजदूरों में बगोदर और बिष्णुगढ़ प्रखंड के प्रवासी मजदूरों में धनेश्वर महतो, विजय सिंह, प्रीतम महतो, चंद्रेश्वर महतो, संजय महतो, दुलारचंद महतो, चंद्रशेखर महतो, राजकिशोर महतो, बालेश्वर महतो, नरेश महतो, खेमलाल महतो, नरेश कुमार चौधरी आदि शामिल हैं.