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गिरिडीहः गर्भपात के दौरान मौत मामले की जांच, चिकित्सा प्रभारी ने क्लीनिक का किया मुआयना - pregnant minor girl died in giridih

गिरिडीह में एक क्लिनिक में शनिवार को एक नाबालिग लड़की की गर्भपात करवाने के दौरान मौत हो गई थी. इस मामले में मृतका की मां ने झोलाछाप डॉक्टर रवींद्र कुमार यादव पर गलत इलाज करने का आरोप लगाया था. मामला संज्ञान में आने के बाद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने जांच शुरू कर दी.

death case during abortion.
अंचल कार्यालय.
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Published : Jul 27, 2020, 8:01 PM IST

गिरिडीहः जिले के गावां में गर्भपात के क्रम में एक नाबालिग लड़की की मौत और झोलाछाप डॉक्टर रवींद्र कुमार यादव के ऊपर लगे आरोपों की जांच शुरू कर दी गई है. सोमवार को गावां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मामले की जांच के लिए झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पहुंचे, जहां ताला लटका हुआ था. वहीं, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने आगे की जांच थाना प्रभारी को सौंप दी है.

गर्भवती नाबालिग लड़की की मौत.
गलत इलाज करने का आरोपजिले के गावां के अमतरो में एक दलित लड़की का गर्भपात और उसकी मौत के मामले में पीड़िता की मां ने आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है. सोमवार को मृतका की मां ने गावां थाना और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवेदन देकर आरोपी झोलाछाप डॉक्टर रवींद्र कुमार यादव पर गलत इलाज करने का आरोप लगाया है.

इसे भी पढ़ें- गिरिडीह: छह माह की गर्भवती नाबालिग की गर्भपात के दौरान मौत, आरोपी झोलाछाप डॉक्टर फरार

आरोपी डॉक्टर फरार
मीडिया में खबर आने और आवेदन मिलते ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार अपनी मेडिकल टीम के साथ अमतरो में संचालित अवैध क्लीनिक की जांच के लिए पहुंचे, लेकिन क्लीनिक पर ताला लटका हुआ था. इसके बाद चिकित्सा प्रभारी ने आस-पास के लोगों से पुछताछ कर क्लीनिक की गतिविधियों के बारे में पता लगाया. पता चला कि आरोपी झोलाछाप डॉक्टर गावां के अमतरो के अलावा तिसरी के सिंधो में भी एक अवैध क्लीनिक खोल रखा है. अपने क्लीनिक में कई तरह के ऑपरेशन कर चुका है.

क्या था पूरा मामला
थाना को दिए आवेदन में पीड़िता की मां ने कहा है कि उसकी गर्भवती बेटी का पेट दर्द होने पर वह उसे अमतरो पंचायत भवन के बगल में संचालित चिकित्सक रवींद्र कुमार यादव के क्लीनिक पर लेकर गई, जहां शनिवार को दिन भर उसका इलाज किया गया. इसी दौरान गर्भवती का रक्तस्राव शुरू हो गया और डॉक्टर ने कहा कि ऑपरेशन करने में 20 हजार का खर्चा है. डॉक्टर के कहने पर परिजन पैसे की व्यवस्था कर ही रहे थे कि डॉक्टर ने जबरन एक सादा कागज पर अंगुठा लगवा लिया और क्लीनिक से बाहर कर दिया. इसके साथ ही डॉक्टर ने मृतका की मां को बताया था कि हालत गंभीर होने के कारण इसे नवादा ले जाइए. नवादा ले जाने के क्रम में रास्ते में ही गर्भवती की मौत हो गई. बेटी की मौत होने के बाद ग्रामीणों की सलाह पर उसने मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया. मामले में थानेदार विजय केरकेट्टा ने कहा कि आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी चिकित्सक पर कार्रवाई की जाएगी.

गिरिडीहः जिले के गावां में गर्भपात के क्रम में एक नाबालिग लड़की की मौत और झोलाछाप डॉक्टर रवींद्र कुमार यादव के ऊपर लगे आरोपों की जांच शुरू कर दी गई है. सोमवार को गावां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मामले की जांच के लिए झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पहुंचे, जहां ताला लटका हुआ था. वहीं, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने आगे की जांच थाना प्रभारी को सौंप दी है.

गर्भवती नाबालिग लड़की की मौत.
गलत इलाज करने का आरोपजिले के गावां के अमतरो में एक दलित लड़की का गर्भपात और उसकी मौत के मामले में पीड़िता की मां ने आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है. सोमवार को मृतका की मां ने गावां थाना और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवेदन देकर आरोपी झोलाछाप डॉक्टर रवींद्र कुमार यादव पर गलत इलाज करने का आरोप लगाया है.

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आरोपी डॉक्टर फरार
मीडिया में खबर आने और आवेदन मिलते ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार अपनी मेडिकल टीम के साथ अमतरो में संचालित अवैध क्लीनिक की जांच के लिए पहुंचे, लेकिन क्लीनिक पर ताला लटका हुआ था. इसके बाद चिकित्सा प्रभारी ने आस-पास के लोगों से पुछताछ कर क्लीनिक की गतिविधियों के बारे में पता लगाया. पता चला कि आरोपी झोलाछाप डॉक्टर गावां के अमतरो के अलावा तिसरी के सिंधो में भी एक अवैध क्लीनिक खोल रखा है. अपने क्लीनिक में कई तरह के ऑपरेशन कर चुका है.

क्या था पूरा मामला
थाना को दिए आवेदन में पीड़िता की मां ने कहा है कि उसकी गर्भवती बेटी का पेट दर्द होने पर वह उसे अमतरो पंचायत भवन के बगल में संचालित चिकित्सक रवींद्र कुमार यादव के क्लीनिक पर लेकर गई, जहां शनिवार को दिन भर उसका इलाज किया गया. इसी दौरान गर्भवती का रक्तस्राव शुरू हो गया और डॉक्टर ने कहा कि ऑपरेशन करने में 20 हजार का खर्चा है. डॉक्टर के कहने पर परिजन पैसे की व्यवस्था कर ही रहे थे कि डॉक्टर ने जबरन एक सादा कागज पर अंगुठा लगवा लिया और क्लीनिक से बाहर कर दिया. इसके साथ ही डॉक्टर ने मृतका की मां को बताया था कि हालत गंभीर होने के कारण इसे नवादा ले जाइए. नवादा ले जाने के क्रम में रास्ते में ही गर्भवती की मौत हो गई. बेटी की मौत होने के बाद ग्रामीणों की सलाह पर उसने मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया. मामले में थानेदार विजय केरकेट्टा ने कहा कि आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी चिकित्सक पर कार्रवाई की जाएगी.

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