गिरिडीहः राज्य की हेमंत सरकार ने पिछले दिनों जनसेवकों का ग्रेड पे घटा दिया है. बहाली के लगभग 10 साल बाद यह निर्णय लिया गया है. ग्रेड पे को 24 सौ की जगह घटाकर दो हजार कर दिया गया है. सरकार के इस निर्णय से जनसेवक गुस्से में हैं. मंगलवार से जनसेवक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. हड़ताल पर गए जनसेवकों द्वारा गिरिडीह में धरना भी दिया गया है. यहां पर कर्मचारी नेता अशोक सिंह ने कहा कि राज्य संघ के आह्वान पर जनसेवक हड़ताल पर गए हैं. 11 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल शुरू किया गया है.
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निर्णय की आलोचनाः कर्मचारी नेता अशोक सिंह ने कहा कि देश में शायद यह पहली घटना होगी, जिसमें बहाली के 10 साल बाद वेतन बढ़ाने की जगह घटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि 10 - 12 साल पहले जनसेवकों की बहाली 24 सौ ग्रेड पे पर की गई थी. अब सरकार को यह होश आया कि जनसेवकों को ज्यादा वेतन दिया जा रहा है और ग्रेड पे को दो हजार कर दिया गया. जबकि अनुसेवक का ग्रेड पे 1900 है. कहा कि अभी महंगाई को देखते हुए वेतनमान में बढ़ोतरी की जानी चाहिए थी, लेकिन कर्मचारी विरोधी हेमंत सरकार ने वेतन ही घटा दिया. अशोक सिंह ने कहा कि मांगें पूरी होने तक यह आंदोलन जारी रहेगा.
मनाई गई जयंतीः दूसरी तरफ किसान मंच द्वारा महाराण प्रताप की जयंती मनाई गई. यहां महाराण प्रताप की तश्वीर पर माल्यार्पण किया गया. मंच के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने बताया कि किस तरह मुगलों के दांत महाराणा प्रताप ने खट्टे कर दिए थे.