गिरिडीह: जिले के बगोदर में स्थित प्रमुख शिव मंदिर हरिहर धाम बीते सात महीने से बंद हैं. मंदिर बंद रहने से सावन पूर्णिमा में भी श्रद्धालुओं को बाबा का दर्शन और जलाभिषेक करना भी नसीब नहीं हुआ. ऐसे में अब जब आठ अक्टूबर को राज्य के धार्मिक स्थलों को खोले जाने का सरकारी आदेश जारी किया गया है, तब मंदिर से जुड़े पुजारियों, दुकानदारों सहित प्रबंधक में उत्साह का माहौल है. हालांकि, मंदिर खोले जाने से संबंधित किसी तरह की जानकारी प्रशासन की ओर से मंदिर प्रबंधक को नहीं दी गई है.
पुजारी ने जताई प्रसन्नता
मंदिर के पुजारी विजय पाठक और प्रबंधक भीम यादव ने बताया कि 23 मार्च से मंदिर बंद है. यहां सिर्फ सरकारी पूजा की जा रही थी. उन्होंने बताया कि 8 अक्टूबर से श्रद्धालुओं के पूजन और दर्शन के लिए राज्य के धार्मिक स्थलों को खोले जाने का सरकार की ओर से आदेश जारी किया गया है. हालांकि, मंदिर खोले जाने से संबंधित स्थानीय प्रशासन की ओर से अबतक किसी प्रकार का कोई दिशा निर्देश नहीं मिला है.
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कोरोना का कारण आर्थित संंकट
प्रसाद विक्रेता मुकेश विश्वास ने कहा कि मंदिर बंद रहने से धंधा एकदम ठप पड़ा था. इससे उनके सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गई था. मंदिर खोले जाने की आदेश के बाद उन्हें काफी खुशी हुई है.
साल भर श्रद्धालुओं का आगमन
शिव मंदिर हरिहर धाम बगोदर और आसपास के इलाके के लिए प्रसिद्ध मंदिर है. यहां सालों भर श्रद्धालुओं का आगमन होता है. वैवाहिक दिनों में यहां मेले के जैसा नजारा रहता है. एक-एक दिन में यहां एक सौ से भी ज्यादा जोड़े भगवान शिव को साक्षी मानकर वैवाहिक जीवन में बंधते हैं. लेकिन कोरोना काल में मंदिर बंद रहने से इस साल यहां सात महीने तक वीरानी छाई रही.