गिरिडीह: बगोदर में शिक्षा के मंदिर में असमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगता है. शराब का सेवन किया जाता है. शराब पीने के बाद बोतलों को कैंपस में हीं छोड़ दिया जाता है. साथ ही स्कूल कैंपस में शौच भी कर दिया जाता है. उनके इन हरकतों से शिक्षकों और बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मामला बगोदर प्रखंड क्षेत्र के राजकीय बुनियादी विद्यालय का है.
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बिखरी मिलती हें शराब की बोतलें: रामनवमी में जब विधालय बंद था, तब असमाजिक तत्व विद्यालय परिसर में शराब का सेवन करते पाये गये. स्कूल कैंपस में पड़े शराब की बोतलें इस बात की गंवाही दे रही थी. स्कूल के बरामदे में शराब और पानी की बोतलें जहां-तहां बिखरी पड़ी थी. विद्यालय खुलने के बाद स्कूल कैंपस में बिखरे शराब और पानी की बोतलों को देखकर शिक्षक परेशान थे.
चहारदीवारी नहीं होने से लगता है जमावड़ा: स्कूल के शिक्षिका यशोदा महतो व शिक्षक नरेश ठाकुर बताते हैं कि स्कूल में चहारदीवारी नहीं होने से छुट्टी के बाद यहां अक्सर असमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगता है और उनके द्वारा यहां शराब का सेवन किया जाता है. बताते हैं कि स्कूल कैंपस में शौच तक किया जाता है. शिक्षकों ने स्कूल कैंपस की चहारदीवारी किए जाने की मांग की है. शिक्षकों ने यह भी बताया कि पेयजल की भी समुचित व्यवस्था नहीं है. एक चापानल डेड पड़ा है जबकि दूसरे से पर्याप्त पानी नहीं निकलता है. बताते हैं कि पानी का लेयर नीचे चले जाने से यहां डीप बोरिंग की आवश्यकता है. बताते हैं कि विधालय में पौने दो सौ की संख्या में बच्चे हैं. यहां शिक्षकों की संख्या 5 है.