गिरिडीह: जिले में सरकारी जमीन खासकर वन भूमि की लूट में कई लोग जुटे हैं. ताजा मामला गिरिडीह के इंडस्ट्रियल एरिया का है. यहां भी सदर अंचल के गादी श्रीरामपुर मौजा में सरकार की ओर से प्रतिबंधित भूमि, सार्वजनिक पोखर-तालाब और जंगल की जमीन को कब्जा करने का खेल चल रहा है. यहां बड़े भूभाग पर बाउंड्री दी जा रही है. इसकी शिकायत ग्रामीणों ने डीसी से भी की है.
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ग्रामीणों का कहना है कि कुछेक कल कारखानों के मालिक और भू-माफियाओं ने उनके इलाके की 30-40 एकड़ जमीन खरीद ली है. लेकिन गुंडों के बल पर 160-170 एकड़ जमीन की घेराबंदी की जा रही है. जिस जमीन को घेरा जा रहा है उसमें सरकार द्वारा प्रतिबंधित भूमि, सार्वजनिक पोखर-तालाब एवं जंगल की जमीन शामिल है. ग्रामीण ने कहा कि माफियाओं ने उस तालाब को भी घेर लिया है जिसका उपयोग ग्रामीण करते थे.
दी जाती है धमकी
ग्रामीणों का कहना है कि यहां के लोग कल कारखानों के कचरे से भी परेशान हैं. जगह-जगह कचरा डंप किया जाता है जिससे बीमारी भी बढ़ रही है. अब जिस जमीन की गलत तरीके से जबरन घेराबंदी की का रही है वहां भी कल कारखानों का कचरा फेंका जा सकता है. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि जब वे लोग अवैध कब्जा और कचरा फेंकने का विरोध करते हैं तो उन्हें तरह-तरह की धमकी दी जाती है. उनका कहना है कि इसकी शिकायत कई दफे अधिकारियों से की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही.
वन विभाग ने शुरू की जांच
इधर जब ईटीवी ने इस खबर की पड़ताल शुरू की तो वन विभाग हरकत में आ गया. डीएफओ प्रवेश अग्रवाल ने ग्रामीणों की शिकायत को गम्भीरता से लिया और जांच शुरू कर दी गई. वन विभाग की टीम ने जमीन की नापी भी की है. डीएफओ का कहना है कि जांच में दोष मिलने पर सम्बंधित लोगों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी.