गिरिडीह: समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित बालिका बालगृह की संचालिका और उसके पुत्र की करतूत सामने आने के बाद सेंटर को सील किया जाएगा. इससे पहले इस संस्थान की मान्यता को समाप्त कर दिया गया है. सील किए जाने के बाद यहां रहने वाली 11 बच्चियों को दुमका और धनबाद में शिफ्ट किया जाएगा.
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कई सालों से चल रहा था प्रताड़ना का खेल
बता दें कि इस बालिका बालगृह में पिछले कई वर्ष से प्रताड़ना का खेल चल रहा था. बालगृह की संचालिका शोभा कुमारी और उसके पुत्र पर प्रताड़ित करने का आरोप लगातार लग रहा था. संचालिका और उसका पुत्र सीसीटीवी से न केवल लड़कियों पर नजर रखता था बल्कि उन्हें गंदा खाना भी परोसा जाता था लड़कियों के पास पहनने लायक कपड़ा भी मौजूद नहीं था. इस तरह के आरोप पर वर्ष 2019 में भी जांच हुई थी. जांच में आरोप सही मिलने के बावजूद शोभा और उसके पुत्र पर कार्रवाई नहीं हुई थी.
दुमका-पाकुड़ की कर्मियों ने की थी शिकायत
पुराने आरोप की जांच के बाद मामला शांत पड़ गया था. इस बीच सितंबर 2020 में पाकुड़ और दुमका की दो युवतियों ने बालगृह की संचालिका पर गंभीर आरोप लगाये. इसे लेकर मुफस्सिल थाना में लिखित शिकायत की गई. आरोप जातिसूचक शब्दों का प्रयोग के अलावा कई तरह के लगाये गये थे. इसमें यह भी कहा गया था कि संचालिका का पुत्र अक्सर बालगृह आता है. दोनों युवतियों की शिकायत पर डीसी ने जांच शुरू की थी.
सही मिली शिकायत
जांच में यह साफ हुआ कि संचालिका और उसके पुत्र द्वारा लड़कियों पर जुल्म किया जा रहा था. संचालिका का पुत्र सीसीटीवी से पूरे बालगृह पर नजर रखता था. यह भी साफ हुआ कि यहां पर रह रही बच्चियों के साथ जुल्म हो रहा है. वर्ष 2020 में ही यह रिपोर्ट सरकार को सौंपी गई थी. अब इस बालगृह को सील किया जाएगा.