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Giridih News: बगोदर के मजदूर की नागपुर में मौत! पेट पालने के लिए करता था चालक का काम, दो हाइवा के बीच ऐसे गई जान

बगोदर के मजदूर की मौत मुंबई में हो गई. अभी तक शव को नहीं लाया जा सका है. गौरतलब है कि पहले भी गिरिडीह के प्रवासी मजदूरों की मौत हो चुकी है. रोजगार की तलाश में निकले मजदूरों की लगातार जान जा रही है.

Jharkhand Migrant Labour Died in Nagpur
झारखंड प्रवासी मजदूर की मौत
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Published : Mar 22, 2023, 4:10 PM IST

Updated : Mar 22, 2023, 6:17 PM IST

गिरिडीह प्रवासी मजदूर की मौत

गिरिडीह: बगोदर के मजदूर की मौत मुंबई में हो गई. नागपुर के नानदेड में मंगलवार को हाइवा की चपेट में आने से दुर्घटना का शिकार हो गया. मजदूर तापेश्वर महतो दामा गांव का रहने वाला था. घटना की सूचना स्वजनों को दी गई. पत्नी, बच्चे सहित परिवार के अन्य सदस्य सदमे में हैं. रो-रोकर उनका बुरा हाल हो गया है. शव अभी मुंबई में ही पड़ा हुआ है. बताया जाता है कि तापेश्वर महतो मुंबई के नागपुर में रहकर हाइवा चलाता था.

यह भी देखेंः भारत के मजदूर का 20 दिनों से ओमान में पड़ा है शव, परिजनों ने मदद की लगाई गुहार

तीन भाइयों में वह दूसरे नंबर पर थाः घटना को लेकर सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सटकर खड़े दो हाइवा के बीच तापेश्वर महतो दिखाई देता है और इसी दौरान एक हाइवा के बैक होने के दौरान वह बीच में दब जाता है और इससे उसकी मौत हो जाती है. इधर औंरा के उप मुखिया जितेंद्र महतो ने बताया कि तापेश्वर महतो पिछले कुछ सालों से नागपुर में रहकर हाइवा ड्राइवर के रूप में परिवार का भरण पोषण करता था. तीन भाइयों में वह दूसरे नंबर पर था. उसके तीन बच्चे थे. उन्होंने बताया कि फिलहाल शव नागपुर में हीं पड़ा हुआ है.

पलायन का दंश झेल रहा झारखंडः कोरोना के समय से ही झारखंड पलायन का दंश झेल रहा है. राज्य से बहुत सारे लोग रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में जाते है. कोरोना काल को याद करने मात्र से रूह कांप जाती है. जब कोई कमाने के लिए घर छोड़कर बाहर निकलता है, तो परिवार की जिम्मेदारी कंधे पर लिए रहता है. ऐसे में वह घर वापस नहीं आता तो दुख होना लाजिमी है.

गिरिडीह प्रवासी मजदूर की मौत

गिरिडीह: बगोदर के मजदूर की मौत मुंबई में हो गई. नागपुर के नानदेड में मंगलवार को हाइवा की चपेट में आने से दुर्घटना का शिकार हो गया. मजदूर तापेश्वर महतो दामा गांव का रहने वाला था. घटना की सूचना स्वजनों को दी गई. पत्नी, बच्चे सहित परिवार के अन्य सदस्य सदमे में हैं. रो-रोकर उनका बुरा हाल हो गया है. शव अभी मुंबई में ही पड़ा हुआ है. बताया जाता है कि तापेश्वर महतो मुंबई के नागपुर में रहकर हाइवा चलाता था.

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तीन भाइयों में वह दूसरे नंबर पर थाः घटना को लेकर सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सटकर खड़े दो हाइवा के बीच तापेश्वर महतो दिखाई देता है और इसी दौरान एक हाइवा के बैक होने के दौरान वह बीच में दब जाता है और इससे उसकी मौत हो जाती है. इधर औंरा के उप मुखिया जितेंद्र महतो ने बताया कि तापेश्वर महतो पिछले कुछ सालों से नागपुर में रहकर हाइवा ड्राइवर के रूप में परिवार का भरण पोषण करता था. तीन भाइयों में वह दूसरे नंबर पर था. उसके तीन बच्चे थे. उन्होंने बताया कि फिलहाल शव नागपुर में हीं पड़ा हुआ है.

पलायन का दंश झेल रहा झारखंडः कोरोना के समय से ही झारखंड पलायन का दंश झेल रहा है. राज्य से बहुत सारे लोग रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में जाते है. कोरोना काल को याद करने मात्र से रूह कांप जाती है. जब कोई कमाने के लिए घर छोड़कर बाहर निकलता है, तो परिवार की जिम्मेदारी कंधे पर लिए रहता है. ऐसे में वह घर वापस नहीं आता तो दुख होना लाजिमी है.

Last Updated : Mar 22, 2023, 6:17 PM IST
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