गिरिडीह: हजारीबाग और गिरिडीह इलाके के मजदूरों का बड़ी तदाद में विदेशों में पलायन होता है, लेकिन कभी-कभी पलायन करना मजदूरों और उनके परिजनों के लिए मुसीबत बन जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ गिरिडीह के एक मजदूर के साथ. गिरिडीह के बगोदर विधानसभा क्षेत्र के मड़मो का एक मजदूर दुबई जेल में बंद था. दो महीने बाद जेल से निकलकर (Giridih Migrant labourer returned to India) गुरुवार को जब वह घर पहुंचा तब परिजनों की खुशी देखते ही बन रही थी. इधर वतन लौटने पर प्रवासी मजदूर भी खुश दिख रहा था.
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क्यों हुई थी जेल: दरअसल, बगोदर विधानसभा क्षेत्र के मड़मो का एक प्रवासी मजदूर विनोद महतो काम करने के लिए दुबई गया हुआ था. दो महीने पहले जब उसका वीजा का समय खत्म हो गया, तब वहां की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसकी सूचना मिलने पर परिजनों के होश उड़ गए थे. परिजनों के द्वारा विनोद की रिहाई और घर वापसी की मांग जन प्रतिनिधियों से की जा रही थी. तब बगोदर के पूर्व विधायक नागेंद्र महतो उसकी मदद के लिए आगे आए. साथ ही दुबई में काम करने वाले बगोदर के कुदर निवासी मोहम्मद वशिम शेख ने भी उसकी मदद की. जिसके बाद उसकी जेल से रिहाई और वापसी संभव हुई.
विनोद के वापसी के बाद परिजनों में खुशी: गुरुवार को विनोद महतो ट्रेन से इसरी के पारसनाथ रेलवे स्टेशन पर पहुंचा. विनोद को लेने के लिए उसके परिजन पहले से ही रेलवे स्टेशन में इंतजार कर रहे थे. जैसे ही विनोद ट्रेन से उतरा उसे देखकर परिजनों के आंखों में खुशी के आंसू देखे गए. विनोद महतो ने कहा कि उसकी रिहाई और घर वापसी के लिए सहयोग करने वाले तमाम लोग बधाई के पात्र हैं. इधर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले सिकंदर अली भी मौके पर पहुंचे और विनोद महतो से मुलाकात किया.
दुबई जेल में बंद प्रवासी मजदूर की हुई घर वापसी, परिजनों में खुशी
गिरिडीह का प्रवासी मजदूर विनोद महतो दुबई जेल में बंद था. काफी मशक्कत के बाद करीब दो महीने बाद उसकी घर वापसी हुई है (Giridih Migrant labourer returned to India). उसके घर पहुंचते पर परिजनों की खुशी देखते बन रही थी.
गिरिडीह: हजारीबाग और गिरिडीह इलाके के मजदूरों का बड़ी तदाद में विदेशों में पलायन होता है, लेकिन कभी-कभी पलायन करना मजदूरों और उनके परिजनों के लिए मुसीबत बन जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ गिरिडीह के एक मजदूर के साथ. गिरिडीह के बगोदर विधानसभा क्षेत्र के मड़मो का एक मजदूर दुबई जेल में बंद था. दो महीने बाद जेल से निकलकर (Giridih Migrant labourer returned to India) गुरुवार को जब वह घर पहुंचा तब परिजनों की खुशी देखते ही बन रही थी. इधर वतन लौटने पर प्रवासी मजदूर भी खुश दिख रहा था.
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क्यों हुई थी जेल: दरअसल, बगोदर विधानसभा क्षेत्र के मड़मो का एक प्रवासी मजदूर विनोद महतो काम करने के लिए दुबई गया हुआ था. दो महीने पहले जब उसका वीजा का समय खत्म हो गया, तब वहां की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसकी सूचना मिलने पर परिजनों के होश उड़ गए थे. परिजनों के द्वारा विनोद की रिहाई और घर वापसी की मांग जन प्रतिनिधियों से की जा रही थी. तब बगोदर के पूर्व विधायक नागेंद्र महतो उसकी मदद के लिए आगे आए. साथ ही दुबई में काम करने वाले बगोदर के कुदर निवासी मोहम्मद वशिम शेख ने भी उसकी मदद की. जिसके बाद उसकी जेल से रिहाई और वापसी संभव हुई.
विनोद के वापसी के बाद परिजनों में खुशी: गुरुवार को विनोद महतो ट्रेन से इसरी के पारसनाथ रेलवे स्टेशन पर पहुंचा. विनोद को लेने के लिए उसके परिजन पहले से ही रेलवे स्टेशन में इंतजार कर रहे थे. जैसे ही विनोद ट्रेन से उतरा उसे देखकर परिजनों के आंखों में खुशी के आंसू देखे गए. विनोद महतो ने कहा कि उसकी रिहाई और घर वापसी के लिए सहयोग करने वाले तमाम लोग बधाई के पात्र हैं. इधर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले सिकंदर अली भी मौके पर पहुंचे और विनोद महतो से मुलाकात किया.