बगोदर, गिरिडीह: बगोदर प्रखंड के बूढ़ाचांच बिरहोर टंडा के बिरहोर परिवारों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने की सरकारी कवायद की गई है. मछली पालन और आम बागवानी से इस समुदाय के लोगों का आर्थिक विकास किए जाने की सरकारी स्तर पर पहल की गई है. इसके लिए बिरहोर ठंडा में जिला मत्स्य पालन विभाग की तरफ से स्थानीय तालाब में मछली का जीरा डाला गया है. मछली का जीरा तालाब में बड़ा होने पर इस समुदाय के लोग मछली को भेजकर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकेंगे.
5 लाख मछली का जीरा
दूसरी और प्रखंड प्रशासन की तरफ से राधे बिरहोर के 1 एकड़ जमीन पर मनरेगा के तहत आम बागवानी लगाया गया है. बागवानी में एक सौ से अधिक आम के पौधे लगाए गए हैं. उन्हें उम्मीद है कि आम बागवानी परिवार में खुशियां एक दिन लाएगी. एकता परिषद जन संगठन के झारखंड संरक्षक रामस्वरूप तिवारी के प्रयास से विरोध टंडा तालाब में मछली डालने और आम बागवानी लगाए जाने की पहल सरकारी स्तर पर की गई है. जिला मत्स्य पदाधिकारी उषा सिन्हा के नेतृत्व में 5 लाख मछली का जीरा तालाब में डाला गया है.
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रंग लाया श्रमदान से बने तालाब
बिरहोरों के उत्थान के लिए मत्स्य विभाग की तरफ से जिस तालाब में मछली का जीरा डाला गया है, उस तालाब का गहरीकरण इसी साल श्रमदान से की गई है. बिरहोर टंडा के आदिम जनजाति बिरहोर एवं दलित समुदाय की तरफ से जल संरक्षण को लेकर 40 साल पुराने तालाब का गहरीकरण किया गया था. तालाब गहरीकरण का नेतृत्व एकता परिषद के प्रदेश संरक्षक रामस्वरूप तिवारी की तरफ से किया गया था.
मछली बेचकर करेंगे विकास
जिला मत्स्य पदाधिकारी उषा सिन्हा ने कहा है कि बिरहोरों के आर्थिक विकास के लिए तालाब में मछली का जीरा डाला गया है. मछली बेचकर इस परिवार के लोग अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकेंगे.