गिरिडीहः अपने झुंड से बिछड़ा हाथी पूरी तरह आक्रमक हो चुका है. पिछले चार दिनों के भीतर हाथी ने जंगल से सटे कई गांव में हमला किया है. शनिवार की रात को हाथी ने सदर प्रखंड के जसपुर पंचायत के चुंगलो पारटांड गांव में हमला किया. इस हमले की चपेट में गांव की खुशबू देवी आ गई. हाथी ने खुशबू का पांव कुचल दिया. घायल खुशबू को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान रविवार को उसकी मौत हो गई.
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दिव्यांग है पति
खुशबू देवी का पति विकास तुरी दिव्यांग है. ऐसे में खुशबू ही काम करती थी, जिससे उसका घर चलता था. अब खुशबू की मौत होने के बाद परिजनों के समक्ष रोजी-रोटी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है.
समय पर नहीं मिला एंबुलेंस
भाकपा माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि खुशबू की मौत के पीछे लचर स्वास्थ्य व्यवस्था भी जिम्मेवार है. उन्होंने कहा कि एक ओर वन विभाग पूरी तरह लापरवाह है, तो दूसरी ओर स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट है. उन्होंने कहा कि खुशबू को हाथी ने कुचला, तो आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. सदर अस्पताल ने खुशबू को धनबाद रेफर कर दिया. इसको लेकर परिजनों ने एंबुलेंस के लिए 108 पर फोन किया, लेकिन उधर से निजी एंबुलेंस बुक करने को कहा गया. समय रहते एंबुलेंस मिल गया होता, तो शायद खुशबू जीवित होती. माले नेता ने डीसी से मांग की है कि मामले की जांच कर कार्रवाई करें.
कब-कब हुआ हाथी का हमला
- 14 अक्तूबर: सरिया के अम्बाडीह में रोहित दास व सिकंदर दास की पटक-पटक कर जान ली
- 15 अक्तूबर: डुमरी के खुद्दीसार पंचायत के ठंढाबहियार निवासी दिव्यांग अरुण सिंह की जमीन पर पटका कर जान ली
- 16 अक्तूबर: पीरटांड़ के परसबनी में अहले सुबह 3 बजे मंझली देवी को कुचला, जिससे मंझली ने दम तोड़ दिया
- 16 अक्तूबर: सदर प्रखंड के जसपुर पंचायत में खुशबू को कुचला, दूसरे दिन इलाज के दौरान मौत हो गई