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कोरोना और कम बारिश के बाद किसानों पर हाथियों का कहर, फसलों को कर रहे बर्बाद

गिरिडीह के किसान जंगली हाथियों के झुंड से परेशान हैं. दरअसल इन दिनों जंगली हाथियों का झुंड बगोदर प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में विचरण कर रहा है और इस दौरान खेत- खलिहान के फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है (Elephant herd damages crops of farmers). मुआवजे की मांग मुखिया वन विभाग से कर रहे है.

Herd of elephants in Giridih
Herd of elephants in Giridih
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Published : Nov 30, 2022, 12:27 PM IST

गिरिडीह: दो सालों तक कोरोना का खौफ और इस साल समय पर बारिश नहीं होने से किसानों की चरमराई आर्थिक स्थिति के बीच कुछ दिनों से गजराजों का कहर भी किसानों (Elephant herd damages crops of farmers) को झेलना पड़ रहा है. जंगली हाथियों का झुंड बगोदर प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों विचरण कर रहा है. इस दौरान खेतों में लगी फसलों को रौंदा जा रहा है. खलिहानों में रखे धान की तैयार फसलों को चट किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें: चाईबासा में हाथियों का उत्पात: जंगली हाथियों ने ली बुजुर्ग महिला की जान, एक शख्स घायल

वन विभाग से क्षतिपूर्ति की मांग: कुछ किसानों की चहारदिवारी को भी हाथियों ने तोड़ दिया है. हाथियों के इस कहर से किसानों में नाराजगी है. भुक्तभोगी किसानों द्वारा वन विभाग से क्षतिपूर्ति की मांग की जा रही है. इधर वन विभाग हाथी पीड़ितों से क्षतिपूर्ति को लेकर आवेदन की मांग की गई है. हाथियों ने चार दिनों के अंदर बगोदर प्रखंड के चार पंचायतों में कहर बरपाया है. हाथियों के द्वारा बरपाए गए कहर का पूर्व विधायक नागेंद्र महतो सहित पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा मुआयना भी किया गया और मुआवजा की मांग भी की गई थी.

देखें वीडियो

हाथियों का झुंड बगोदर प्रखंड क्षेत्र में: बताया जाता है कि हजारीबाग के टाटीझरिया इलाके में तबाही मचाने के बाद हाथियों का झुंड गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड क्षेत्र में आ धमका है. हाथियों के द्वारा इलाके में तबाही मचाने का सिलसिला थम नहीं रहा है. इससे इलाके के लोग डरे- सहमे रह रहे हैं. अटका और मुंडरो पंचायत में तबाही मचाने के बाद हाथियों का झुंड दोंदलो पंचायत पहुंचा था. हाथियों ने यहां खेतों और खलिहानों में पड़े धान और आलू की फसलों को चट कर लिया है.

हाथियों ने किया फसलों को बर्बाद: मुखिया ने बताया कि हुलास मिस्त्री का धान काटकर खेत के एक किनारे रखा हुआ था, जिसे हाथियों ने चट करने के साथ रौंद डाला. उन्होंने वन विभाग से भुक्तभोगी को क्षतिपूर्ति की भरपाई किए जाने की मांग की है. मुखिया तुलसी महतो ने गांव में हाथी आने की सूचना जब वन विभाग को दी तब वन विभाग के कर्मचारी रात्रि में गांव पहुंचे. सायरन बजाने के बाद हाथियों का झु़ंड यहां से निकलकर देवराडीह पंचायत चला गया.

वन विभाग से क्षतिपूर्ति की मांग: देवराडीह में भी हाथियों ने फसलों को चट करने के साथ नष्ट कर दिया. इधर देवराडीह पंचायत के करंबा गांव में हाथियों ने बालेश्वर महतो, रंजीत साव, चुकनी साव, अजय महतो आदि किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचाया है. मुखिया प्रतिनिधि पूरन कुमार महतो ने हाथियों की तबाही से हुए नुकसान का जाएजा लेते हुए वन विभाग को इसकी जानकारी दी. साथ ही क्षतिपूर्ति की भरपाई किए जाने की मांग की है.

गिरिडीह: दो सालों तक कोरोना का खौफ और इस साल समय पर बारिश नहीं होने से किसानों की चरमराई आर्थिक स्थिति के बीच कुछ दिनों से गजराजों का कहर भी किसानों (Elephant herd damages crops of farmers) को झेलना पड़ रहा है. जंगली हाथियों का झुंड बगोदर प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों विचरण कर रहा है. इस दौरान खेतों में लगी फसलों को रौंदा जा रहा है. खलिहानों में रखे धान की तैयार फसलों को चट किया जा रहा है.

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वन विभाग से क्षतिपूर्ति की मांग: कुछ किसानों की चहारदिवारी को भी हाथियों ने तोड़ दिया है. हाथियों के इस कहर से किसानों में नाराजगी है. भुक्तभोगी किसानों द्वारा वन विभाग से क्षतिपूर्ति की मांग की जा रही है. इधर वन विभाग हाथी पीड़ितों से क्षतिपूर्ति को लेकर आवेदन की मांग की गई है. हाथियों ने चार दिनों के अंदर बगोदर प्रखंड के चार पंचायतों में कहर बरपाया है. हाथियों के द्वारा बरपाए गए कहर का पूर्व विधायक नागेंद्र महतो सहित पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा मुआयना भी किया गया और मुआवजा की मांग भी की गई थी.

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हाथियों का झुंड बगोदर प्रखंड क्षेत्र में: बताया जाता है कि हजारीबाग के टाटीझरिया इलाके में तबाही मचाने के बाद हाथियों का झुंड गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड क्षेत्र में आ धमका है. हाथियों के द्वारा इलाके में तबाही मचाने का सिलसिला थम नहीं रहा है. इससे इलाके के लोग डरे- सहमे रह रहे हैं. अटका और मुंडरो पंचायत में तबाही मचाने के बाद हाथियों का झुंड दोंदलो पंचायत पहुंचा था. हाथियों ने यहां खेतों और खलिहानों में पड़े धान और आलू की फसलों को चट कर लिया है.

हाथियों ने किया फसलों को बर्बाद: मुखिया ने बताया कि हुलास मिस्त्री का धान काटकर खेत के एक किनारे रखा हुआ था, जिसे हाथियों ने चट करने के साथ रौंद डाला. उन्होंने वन विभाग से भुक्तभोगी को क्षतिपूर्ति की भरपाई किए जाने की मांग की है. मुखिया तुलसी महतो ने गांव में हाथी आने की सूचना जब वन विभाग को दी तब वन विभाग के कर्मचारी रात्रि में गांव पहुंचे. सायरन बजाने के बाद हाथियों का झु़ंड यहां से निकलकर देवराडीह पंचायत चला गया.

वन विभाग से क्षतिपूर्ति की मांग: देवराडीह में भी हाथियों ने फसलों को चट करने के साथ नष्ट कर दिया. इधर देवराडीह पंचायत के करंबा गांव में हाथियों ने बालेश्वर महतो, रंजीत साव, चुकनी साव, अजय महतो आदि किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचाया है. मुखिया प्रतिनिधि पूरन कुमार महतो ने हाथियों की तबाही से हुए नुकसान का जाएजा लेते हुए वन विभाग को इसकी जानकारी दी. साथ ही क्षतिपूर्ति की भरपाई किए जाने की मांग की है.

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