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गिरिडीह: सूखा तालाब पानी से हुआ लबालब, ग्रामीणों की मेहनत रंग लाई

बगोदर प्रखंड के अटका पश्चिमी पंचायत की जनता ने मिसाल पेश की है. पिछले साल जिस तालाब में एक बूंद भी पानी नहीं थी, उस तालाब में आज लबालब पानी भरा हुआ है.

सूखा तालाब पानी से हुआ लबालब
सूखा तालाब पानी से हुआ लबालब
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Published : Jun 5, 2020, 11:34 AM IST

बगोदर गिरिडीह: पिछले साल जिस तालाब में एक बूंद पानी नहीं थी, आज उस तालाब में लबालब पानी भरा हुआ है. बगोदर प्रखंड के अटका के ग्रामीणों के आपसी सहयोग से यह संभव हुआ है. पिछले साल जब इस तालाब में पानी नहीं था, तब ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई और ग्रामीणों ने बैठक कर तालाब का गहरीकरण करने का निर्णय लिया और उसी निर्णय के तहत ग्रामीणों ने आपस में सहयोग राशि इकट्ठा कर लगभग ₹5 लाख खर्च कर तालाब का गहरीकरण करवाया .

सूखा तालाब पानी से हुआ लबालब

परिणामस्वरूप आज तालाब में लबालब पानी भरा हुआ है और ग्रामीणों के लिए यह तालाब वरदान साबित होने लगा है. 14 वें वित्त राशि से तालाब के किनारे घाट भी बनाया गया. इससे तालाब का सौंदर्यीकरण भी हो गया है.

यह भी पढ़ेंः तीसी की खेती से बदल सकती है झारखंड के किसानों की किस्मत, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय कर रहा मदद

तालाब में भरे लबालब पानी के बीच किनारे-किनारे घाट होने से तालाब और भी सुंदर दिखने लगा है और इससे लोगों को नहाने एवं कपड़ा धोने में सुविधाएं मिल रही है. अटका पश्चिमी के मुखिया जिबाधन मंडल ने बताया कि 14 वें वित्त की 10 लाख की राशि से तालाब के किनारे घाट भी बनाया गया एवं गांव के एक रोड को पेवर्स ब्लॉक से बनाकर तालाब तक जोड़ा भी गया है. उन्होंने बताया कि छठ पूजा में यहां बड़ी संख्या में महिलाएं आती हैं.

बगोदर गिरिडीह: पिछले साल जिस तालाब में एक बूंद पानी नहीं थी, आज उस तालाब में लबालब पानी भरा हुआ है. बगोदर प्रखंड के अटका के ग्रामीणों के आपसी सहयोग से यह संभव हुआ है. पिछले साल जब इस तालाब में पानी नहीं था, तब ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई और ग्रामीणों ने बैठक कर तालाब का गहरीकरण करने का निर्णय लिया और उसी निर्णय के तहत ग्रामीणों ने आपस में सहयोग राशि इकट्ठा कर लगभग ₹5 लाख खर्च कर तालाब का गहरीकरण करवाया .

सूखा तालाब पानी से हुआ लबालब

परिणामस्वरूप आज तालाब में लबालब पानी भरा हुआ है और ग्रामीणों के लिए यह तालाब वरदान साबित होने लगा है. 14 वें वित्त राशि से तालाब के किनारे घाट भी बनाया गया. इससे तालाब का सौंदर्यीकरण भी हो गया है.

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तालाब में भरे लबालब पानी के बीच किनारे-किनारे घाट होने से तालाब और भी सुंदर दिखने लगा है और इससे लोगों को नहाने एवं कपड़ा धोने में सुविधाएं मिल रही है. अटका पश्चिमी के मुखिया जिबाधन मंडल ने बताया कि 14 वें वित्त की 10 लाख की राशि से तालाब के किनारे घाट भी बनाया गया एवं गांव के एक रोड को पेवर्स ब्लॉक से बनाकर तालाब तक जोड़ा भी गया है. उन्होंने बताया कि छठ पूजा में यहां बड़ी संख्या में महिलाएं आती हैं.

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