गिरिडीह: जिले के नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत चंदौरी रोड में रविवार शाम को एक दिव्यांग युवक ने फांसी लगाकार आत्महत्या कर ली. मृतक 28 वर्षीय सुमन कुमार है. आत्महत्या के पीछे के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है.
मानसिक तनाव लोगों के लिए घातक साबित हो रहा है. कोरोना की वजह से बदली जीवनशैली और लॉकडाउन से आई बेरोजगारी लोगों के लिए चिंता और अवसाद का कारण बना हुआ है. रविवार शाम को गिरिडीह में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. हालांकि, आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है. इधर, घटना की सूचना मिलने पर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
पुलिस को परिजनों ने बताया कि रविवार की दोपहर सुमन खाना खाने के बाद अपनी मां शंकुतला देवी को सोने की बात कहकर अपने कमरे में गया था. जब शाम को उसकी भाभी ने सुमन के कमरे में गई तो उसकी आत्महत्या की बात सामने आई. परिजनों के चीख-पुकार के बाद आसपास के लोगों की भीड़ मौके पर जुट गई. आनन-फानन में परिजनों और आसपास के लोगों की मदद से सुमन को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
अखबार बेचता था सुमन
जानकारी के अनुसार, सुमन अखबार बेचता था. इसके साथ ही इसके अलावा घूम-घूमकर अन्य चीजें बेचता था. लॉकडाउन के बाद से वह बेरोजगार हो गया था. इस वजह से उसकी आर्थिक हालात ठीक नहीं थी. परिजनों ने बताया कि सुमन शराब का भी आदि था. इन दिनों वह तनाव में था. संभावना है कि इसी तनाव में आकर उसने आत्महत्या कर ली. हालांकि, परिजन अभी आत्महत्या के पीछे के कारणों को स्पष्ट नहीं बता रहे हैं. सुमन पहले भी आत्महत्या का प्रयास कर चुका था.