गिरिडीह: जिला में हर दूसरे-तीसरे दिन सड़क हादसा होता है. इन हादसों में लोगों की जान भी चली जाती है. कई ऐसे स्थान हैं, जो डेंजर जोन हैं, जहां पर आए दिन हादसे होते रहते हैं. जिला में कुछ ऐसे स्थान हैं जहां पर सुरक्षा को लेकर प्रशासन भी गंभीर नहीं है.
गिरिडीह-डुमरी पथ पर पपरवाटांड पुल के नजदीक का बाइपास मोड़ जानलेवा हो चुका है. इस जगहों पर पांच रास्ते मिलते हैं. एक सड़क गिरिडीह बाइपास की तरफ जाती है. दूसरी सड़क कोगड़ी गांव के ओर जाती है. वहीं एक सड़क शहर की तरफ और दो सड़क डुमरी की तरफ जाती है. पांचों सड़क का मेल जिस स्थान पर होता है, वहां से गुजरना खतरनाक हो चुका है. मोड़ पर पहुंचते ही वाहन चालक कन्फ्यूज हो जाते हैं और थोड़ी सी लापरवाही में दुर्घटना हो जाती है. इस जगह पर न तो रफ्तार को कम करने के लिए किसी प्रकार का स्पीड कंट्रोलर लगाया गया है और न ही कोई चेतावनी का बोर्ड, जिससे लोग यह समझ सके कि यह जगह डेंजर जोन है.
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इस जगह पर नगर निगम का टोल प्लाजा भी है, जहां से सैकड़ों भारी वाहन गुजरते हैं. लोगों का कहना है कि यहां पर सावधानी का बोर्ड लगाने की जरूरत है, साथ ही पांचों राह के मिलन स्थल पर एक चौक भी बनाना चाहिए, ताकि लोग सावधानी से यहां से गुजर सके.