गिरिडीह: बगोदर विधानसभा क्षेत्र के 20 प्रवासी मजदूरों की साल 2020 में विभिन्न हादसों में महानगरों और विदेशों में मौत हो गई थी, जिसमें दस मजदूरों के परिजनों को झारखंड सरकार के ओर से एक-एक लाख रुपया मुआवजा दिया जाएगा.
बगोदर के विधायक विनोद कुमार सिंह ने विधानसभा सत्र में प्रवासी मजदूरों की लगातार हो रही मौत और मुआवजा नहीं मिलने का मामला सदन में उठाया था. इसके जवाब में सरकार के श्रम मंत्री ने कहा था कि वैसे मजदूरों के आश्रितों को मुआवजा राज्य सरकार के ओर से दी जाएगी, लेकिन लंबे समय के बाद भी वैसे आश्रितों को मुआवजा नहीं मिला, जिसके बाद विधायक ने 21 सितंबर 20 को श्रम मंत्री को पत्र लिखकर फिर से संज्ञान में दिया था. उन्होंने श्रम मंत्री को कहां और किस मजदूर की मौत हुई उसका डाटा भी भेजा गया था, जिसके बाद सरकार ने बगोदर विधानसभा के 10 आश्रितों को मुआवजा राशि दिए जाने की स्वीकृति प्रदान की है.
इनकी हुई थी मौत
श्रम मंत्री को विधायक के ओर से उपलब्ध कराए गए डाटा के अनुसार अशोक महतो की मुंबई में, तेजो महतो की नागपुर में, जितेंद्र महतो की उड़ीसा में, तालेश्वर महतो की गुजरात में, प्यारेलाल महतो की पांडेचेरी में, सहदेव रविदास की अलीगढ़ में, राजेश कुमार की औरंगाबाद में, जिबाधन महतो की मुंबई में, लखन पासवान की दिल्ली में, नारायण महतो की जॉर्डन में, झरी लाल यादव की एमपी में मौत हुई थी.
इसे भी पढ़ें: दतवन तोड़ने जंगल गयी महिला के साथ दुष्कर्म, पंचायत में मामला रफा-दफा करने का प्रयास
इन मजदूरों के आश्रितों को मिलेगा मुआवजा
राजेश ठाकुर, तेजो महतो, राजू कुमार, बासुदेव साव, राजेश कुमार, जिबाधन कुमार, सिकंदर पासवान, बोधी महतो, रीतिक कुमार, साउद अंसारी के आश्रितों को मुआवजा मिलेगा.