बगोदर, गिरिडीह: बगोदर के एक प्रवासी मजदूर का शव ओमान में 20 दिनों से पड़ा हुआ है. शव आने और उसका अंतिम दीदार करने के लिए भी परिजनों को इंतजार करना पड़ रहा है. इस बीच परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल हो गया है. मृतक के परिजन एक बार उसे अंतिम बार देखाना चाहते हैं, लेकिन उनके पासे इतने पैसे नहीं हैं कि शव को भारत मंगवा सकें. इस लिए वे प्रशासन से लगातार गुहार लगा रहे हैं कि उनकी मदद की जाए.
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जानकारी के अनुसार, मृतक की पत्नी गीता देवी ने बताया कि परिवार की खराब आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. इसीलिए उनके पति धानेश्वर महतो काम करने के लिए ओमान चले गए, क्योंकि वहां उन्हें काम करने के ज्यादा पैसे मिल रहे थे, उन्हें उम्मीद थी की ओमान में काम करने के बाद उनके घर की आर्थिक स्थिति थोड़ी ठीक होगी. लेकिन ओमान से उनके लिए बुरी खबर आई. वहां पर 20 दिन पहले एक हादसे में धानेश्वर महतो की मौत हो गई.
मृतक के परिजनों ने बताया कि धानेश्वर महतो एनसीसी कंपनी के ओमान में ही अलक्रश कंपनी में पेटी में काम करा रहा था. 28 दिसंबर को काम के दौरान एक हादसे में उनकी मौत हो गई थी. मृतक की पत्नी का कहना है कि मौत हुए 20 दिन गुजर गए मगर शव नहीं आया है. वे इसलिए भी परेशान हैं कि अगर प्रशासन और सरकार ने मदद नहीं की तो वे शव का अंतिम संस्कार नहीं कर पाएंगे.
धानेश्वर की पत्नी अपने बेटे साजन कुमार (12), कुंदन कुमार(07) की लालन- पालन और पढ़ाई लिखाई को लेकर काफी चिंतित हैं. वहीं प्रवासी मजदूरों के हितार्थ में हमेशा कार्य करने वाले समाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली का कहना है कि धानेश्वर महतो का शव 20 दिन बाद भी नहीं पहुंच पाना एक उसकी मौत के बाद का परिजनों का दूसरा बड़ा दुख है. उन्होंने प्रशासन और सरकार से अपील की है कि धानेश्ववर के शव को भारत लाया जाएगा.