गिरिडीहः लालू यादव की रिहाई को लेकर भाकपा माले की ओर से लालू यादव रिहाई न्याय मंच बनाया जायेगा. इसकी घोषणा धनवार के पूर्व विधायक और भाकपा माले नेता राजकुमार यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए की. इस दौरान इनके साथ पार्टी के राज्य कमेटी सदस्य राजेश यादव और राजेश सिन्हा भी मौजूद थे. पूर्व विधायक ने कहा कि लालू यादव गरीबों की आवाज रहे हैं, दबे कुचलों के लिए लालू यादव ने हमेशा ही आवाज को बुलंद किया है. ऐसे नेता आज गंभीर रूप से बीमार हैं, इसके बावजूद उन्हें जमानत नहीं दी जा रही है. जबकि संविधान में यह प्रावधान है कि यदि कोई बीमार हो तो उन्हें जमानत मिलनी चाहिए.
लालू यादव की रिहाई के लिए लड़ेगी भाकपा माले
पूर्व विधायक और भाकपा माले नेता राजकुमार यादव ने कहा कि यह सब नरेंद्र मोदी के इशारे पर हो रहा है. इसके साथ ही कहा कि लालू यादव की रिहाई के लिए भाकपा माले लड़ाई लड़ेगी. 10 फरवरी को गिरिडीह जिले से इसकी शुरुआत भी होगी.
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किसान नेताओं पर यूएपीए की कार्रवाई दमनकारी
पूर्व विधायक ने कृषि कानून और किसान नेताओं के खिलाफ हुए मुकदमा को भी गलत और दमनकारी बताया. उन्होंने कहा कि किसानों के हितों को देखते हुए स्वामीनाथन कमेटी ने एक सिफारिश की थी. इस कमेटी ने कहा था कि किसानों को फसल का डेढ़ गुना दाम मिलना चाहिए, बिजली मुफ्त में मिलनी चाहिए, फसल के नुकसान पर मुआवजा मिलना चाहिए, लेकिन इस सिफारिश को लागू नहीं किया गया. इसके स्थान पर नया कृषि कानून लागू कर दिया गया. यह कानून किसान और आम लोगों के हित में नहीं है.
वस्तु अधिनियम समाप्त करने पर केंद्र सरकार अड़ी
पूर्व विधायक ने कहा कि केंद्र सरकार आवश्यक वस्तु अधिनियम समाप्त करने पर अड़ी है. एमएसपी के साथ साथ पीडीएस को खत्म करने की साजिश रची गई है. अब जब किसानों ने आंदोलन शुरू किया तो किसान नेताओं पर यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज कर दी गयी. इसके साथ ही कहा कि भाकपा माले अखिल भारतीय किसान सभा के आंदोलन का समर्थन करती रही है. आगे भी किसानों के हितों के लिए माले आंदोलन करेगी.