ETV Bharat / state

गिरिडीह सदर अस्पताल में नहीं हो पाई वायरिंग, मरीजों को नहीं मिल पा रहा ऑक्सीजन सिलिंडर का लाभ

गिरिडीह के सदर अस्पताल में वायरिंग न हो पाने से मरीजों को जम्बो ऑक्सीजन सिलिंडर का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इससे लोग परेशान हैं.

Giridih Sadar Hospital
गिरिडीह सदर अस्पताल में अव्यवस्था
author img

By

Published : May 1, 2021, 4:27 PM IST

गिरिडीह: कोरोनाकाल में झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. गिरिडीह के सदर अस्पताल में भी स्थिति ठीक नहीं है. मरीजों का इलाज समुचित हो और किसी को ऑक्सीजन की कमी न हो इसे लेकर सदर अस्पताल और कोविड अस्पताल के लिए अलग से जम्बो सिलेंडर की व्यवस्था करा दी गई है. लेकिन सदर अस्पताल में वायरिंग का काम पूरा नहीं हो सका है. इसके कारण सदर अस्पताल में जम्बो ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग मरीजों के इलाज लिए नहीं हो पा रहा है. अब जब बेड तक ऑक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था नहीं हो सकी है तो मरीजों को ऑक्सीजन देने के लिए छोटे सिलेंडर का सहारा लेना पड़ रहा है. यह सिलेंडर भी कम पड़ रहा है.

देखें पूरी खबर

यह भी पढ़ें: ये 7 अभ्यास और 2 प्राणायाम के जरिये शरीर में बढ़ा सकते हैं ऑक्सीजन, कोरोना से लड़ने में मिलेगी मदद

सदर अस्पताल में भारी अव्यवस्था

दरअसल, गुरुवार को मिर्जागंज के एक मरीज की मौत सदर अस्पताल में हो गई थी. मौत के बाद परिजनों ने यह आरोप लगाया था कि समय पर मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिल सका जिसके कारण उसकी मौत हो गई. जब इसकी पड़ताल की गई तो कई मामले सामने आए. पहली जानकारी जम्बो सिलिंडर को लेकर मिली. यह भी पता चला कि छोटा सिलिंडर जिन मरीजों को लगाया गया है उसमें जिसकी तबीयत ठीक हो जा रही है वह भी सिलिंडर नहीं छोड़ रहे हैं. गुरुवार को मिर्जागंज का मरीज जब सदर अस्पताल पहुंचा तो छोटा सिलेंडर किसी वार्ड से ही लाकर मरीज को लगाया गया था. सिलिंडर मिलने और लगाने में देरी के कारण उसकी जान चली गई.

सदर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर की लूट

पड़ताल के दौरान एक और बात सामने आई. यह पता चला कि सिलिंडर की कमी के बीच चार दिन पहले निजी अस्पताल में इलाजरत एक मरीज के परिजन सदर अस्पताल में आ घुसे और यहां से एक ऑक्सीजन सिलिंडर छीनकर चलते बने. यह भी पता चला कि ऑक्सीजन सिलिंडर की यह छिनतई निजी एम्बुलेंस संचालक और चालक की सह पर की गई. इस मामले की शिकायत अस्पताल प्रबंधन की तरफ से थाने में भी की गई है. सिलिंडर की कमी के अलावा सदर अस्पताल में गंदगी से भी मरीज परेशान हैं. यहां इलाजरत मरीज कहते हैं कि वॉशरूम के बाहर ही लोग गंदगी कर रहे हैं. इसके अलावा सभी वॉर्डों में पंखा भी नहीं चल रहा है.

क्या कहते हैं उपाधीक्षक ?

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक उपेंद्र दास का कहना है कि मरीजों के इलाज को लेकर डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी दिन रात मेहनत कर रहे हैं. कई कर्मी और डॉक्टर देर रात तक काम कर रहे हैं. पूरी कोशिश कर रहे हैं कि किसी मरीज की जान नहीं जाए. गुरुवार को जिस मरीज की मौत हुई थी उसे भी बचाने का प्रयास किया गया. लेकिन, छोटा सिलिंडर ढूंढ़ने में समय लग गया. दिक्कत है कि जो मरीज ठीक हो रहे हैं वह भी ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं छोड़ रहे हैं. इसके कारण गंभीर मरीजों के इलाज में परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि जम्बो सिलेंडर के लिए वायरिंग बिछाने का काम किया जा रहा है दो-चार दिनों में सभी वार्डों और कई बेड तक ऑक्सीजन पहुंचना शुरू हो जाएगा.

गिरिडीह: कोरोनाकाल में झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. गिरिडीह के सदर अस्पताल में भी स्थिति ठीक नहीं है. मरीजों का इलाज समुचित हो और किसी को ऑक्सीजन की कमी न हो इसे लेकर सदर अस्पताल और कोविड अस्पताल के लिए अलग से जम्बो सिलेंडर की व्यवस्था करा दी गई है. लेकिन सदर अस्पताल में वायरिंग का काम पूरा नहीं हो सका है. इसके कारण सदर अस्पताल में जम्बो ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग मरीजों के इलाज लिए नहीं हो पा रहा है. अब जब बेड तक ऑक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था नहीं हो सकी है तो मरीजों को ऑक्सीजन देने के लिए छोटे सिलेंडर का सहारा लेना पड़ रहा है. यह सिलेंडर भी कम पड़ रहा है.

देखें पूरी खबर

यह भी पढ़ें: ये 7 अभ्यास और 2 प्राणायाम के जरिये शरीर में बढ़ा सकते हैं ऑक्सीजन, कोरोना से लड़ने में मिलेगी मदद

सदर अस्पताल में भारी अव्यवस्था

दरअसल, गुरुवार को मिर्जागंज के एक मरीज की मौत सदर अस्पताल में हो गई थी. मौत के बाद परिजनों ने यह आरोप लगाया था कि समय पर मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिल सका जिसके कारण उसकी मौत हो गई. जब इसकी पड़ताल की गई तो कई मामले सामने आए. पहली जानकारी जम्बो सिलिंडर को लेकर मिली. यह भी पता चला कि छोटा सिलिंडर जिन मरीजों को लगाया गया है उसमें जिसकी तबीयत ठीक हो जा रही है वह भी सिलिंडर नहीं छोड़ रहे हैं. गुरुवार को मिर्जागंज का मरीज जब सदर अस्पताल पहुंचा तो छोटा सिलेंडर किसी वार्ड से ही लाकर मरीज को लगाया गया था. सिलिंडर मिलने और लगाने में देरी के कारण उसकी जान चली गई.

सदर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर की लूट

पड़ताल के दौरान एक और बात सामने आई. यह पता चला कि सिलिंडर की कमी के बीच चार दिन पहले निजी अस्पताल में इलाजरत एक मरीज के परिजन सदर अस्पताल में आ घुसे और यहां से एक ऑक्सीजन सिलिंडर छीनकर चलते बने. यह भी पता चला कि ऑक्सीजन सिलिंडर की यह छिनतई निजी एम्बुलेंस संचालक और चालक की सह पर की गई. इस मामले की शिकायत अस्पताल प्रबंधन की तरफ से थाने में भी की गई है. सिलिंडर की कमी के अलावा सदर अस्पताल में गंदगी से भी मरीज परेशान हैं. यहां इलाजरत मरीज कहते हैं कि वॉशरूम के बाहर ही लोग गंदगी कर रहे हैं. इसके अलावा सभी वॉर्डों में पंखा भी नहीं चल रहा है.

क्या कहते हैं उपाधीक्षक ?

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक उपेंद्र दास का कहना है कि मरीजों के इलाज को लेकर डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी दिन रात मेहनत कर रहे हैं. कई कर्मी और डॉक्टर देर रात तक काम कर रहे हैं. पूरी कोशिश कर रहे हैं कि किसी मरीज की जान नहीं जाए. गुरुवार को जिस मरीज की मौत हुई थी उसे भी बचाने का प्रयास किया गया. लेकिन, छोटा सिलिंडर ढूंढ़ने में समय लग गया. दिक्कत है कि जो मरीज ठीक हो रहे हैं वह भी ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं छोड़ रहे हैं. इसके कारण गंभीर मरीजों के इलाज में परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि जम्बो सिलेंडर के लिए वायरिंग बिछाने का काम किया जा रहा है दो-चार दिनों में सभी वार्डों और कई बेड तक ऑक्सीजन पहुंचना शुरू हो जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.