गिरिडीह: पिछले एक दशक से गिरिडीह शहर के चारों तरफ रिंग रोड निर्माण की मांग होती रही है. छह वर्ष पहले इस सड़क को लेकर न सिर्फ प्रकिया शुरू हुई थी, बल्कि जमीन चिन्हित कर अधिसूचना भी जारी की गई थी, लेकिन फंड की कमी के कारण यह अधिसूचना बस कागज में ही सिमट कर रह गई. अब एक साल से नई रूट पर रिंग रोड निर्माण को लेकर प्रक्रिया तेज की गई है. इस बार मुख्यमंत्री से हरी झंडी मिल चुकी है और डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. डीपीआर बनाने वाली सलाहकार एजेंसी ने गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने उन स्थानों का भ्रमण भी किया, जहां से इस रिंग रोड के गुजरने की संभावना है.
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यह रहेगा रूट: संभावित नई रूट टुंडी रोड से बेंगाबाद और टुंडी रोड से डुमरी रोड (जोड़ापहरी) तक जोड़ी जानी है. जबकि इससे पहले जोड़ापहरी से जमुआ रोड होते हुए बेंगाबाद रोड में जोड़ने की प्लानिंग हो चुकी है. इस रिंग रोड के बन जाने से शहर पर वाहनों का लोड कम हो जाएगा और लोगों को राहत मिलेगी.
सीएम ने दी सहमति: इस मामले पर गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से यह आग्रह किया था कि गिरिडीह को रिंग रोड की बहुत ही जरूरत है. इसके बाद सीएम ने सहमति दी. फिर सर्वे का काम किया गया. उन्होंने बताया कि जल्द ही यह योजना धरातल पर उतरेगी. इस सड़क के बन जाने से लोगों को सीधा लाभ मिलेगा.
पुरानी योजना को नहीं मिला फंड: बता दें कि इससे पहले 2017 में रिंग रोड की कार्य योजना तैयार हुई थी. जमीनों को चिन्हित किया गया था. मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू होने वाली थी, लेकिन फंड की कमी के कारण 2020 में सरकार ने उक्त सड़क के निर्माण से हाथ खड़े कर दिए. इसके बाद गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार ने नई पहल शुरू की और नए रूट पर रिंग रोड बनाने के लिए सीएम से बात की. अब इस योजना पर कार्य की गति को आगे बढ़ाया गया है.