गिरिडीहः जिले में पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण कई सड़कों का निर्माण कार्य अधूरा है. कई जगह कार्य में गड़बड़ी की शिकायत भी सामने आती रही है. ऐसी ही सड़कों में गिरिडीह-टुंडी सड़क है. इस पथ पर 7.90 किमी लंबी सड़क का निर्माण कार्य लगभग 29 माह पूर्व शुरू हुआ था, लेकिन आज तक पूर्ण नहीं हो सका है. जबकि इस सड़क को 9 माह में ही पूर्ण करना था.
2019 में हुआ था शिलान्यासः गिरिडीह की इस प्रमुख सड़क के मजबूतीकरण और चौड़ीकरण का शिलान्यास अक्टूबर 2019 में ही किया गया था. इसके तहत पुल निर्माण व यूटिलिटी शिफ्टिंग का काम भी करना है. शिलान्यास के बाद काम शुरू कर दिया गया, लेकिन इसके बाद ठेकेदार की मनमानी भी शुरू हो गई. कछुवे की गति से वो काम करने लगा. ठेकेदार काम के प्रति लापरवाह रहता लेकिन विभाग के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया.
सरकारी विभाग की लापरवाहीः 9 माह में बननी थी 7.9 किमी सड़क, 29 महीने बाद भी अधूरा है निर्माण
सरकारी विभाग की लापरवाही के कारण आए दिन विकास कार्य प्रभावित होता है. गिरिडीह में भी कुछ ऐसा ही हुआ है. यहां जिस महत्वपूर्ण सड़क को 9 माह में बनना था वह सड़क 29 माह में भी नहीं बन सकी है.
गिरिडीहः जिले में पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण कई सड़कों का निर्माण कार्य अधूरा है. कई जगह कार्य में गड़बड़ी की शिकायत भी सामने आती रही है. ऐसी ही सड़कों में गिरिडीह-टुंडी सड़क है. इस पथ पर 7.90 किमी लंबी सड़क का निर्माण कार्य लगभग 29 माह पूर्व शुरू हुआ था, लेकिन आज तक पूर्ण नहीं हो सका है. जबकि इस सड़क को 9 माह में ही पूर्ण करना था.
2019 में हुआ था शिलान्यासः गिरिडीह की इस प्रमुख सड़क के मजबूतीकरण और चौड़ीकरण का शिलान्यास अक्टूबर 2019 में ही किया गया था. इसके तहत पुल निर्माण व यूटिलिटी शिफ्टिंग का काम भी करना है. शिलान्यास के बाद काम शुरू कर दिया गया, लेकिन इसके बाद ठेकेदार की मनमानी भी शुरू हो गई. कछुवे की गति से वो काम करने लगा. ठेकेदार काम के प्रति लापरवाह रहता लेकिन विभाग के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया.