गिरिडीह: पिछले चार वर्षों से बंद पड़ी सीसीएल गिरिडीह परियोजना के कबरीबाद माइंस से कोयला का उत्पादन विधिवत शुरू कर दिया गया. माइंस से उत्पादन शुरू होने से पहले गिरिडीह परियोजना कार्यालय परिसर में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. कार्यक्रम में सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, सीसीएल ढोरी एरिया के जीएम मनोज कुमार अग्रवाल, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, इंस्पेक्टर विनय राम के अलावा स्टॉफ ऑफिसर प्रतुल कुमार, और पीओ एसके सिंह मौजूद रहे. यहां भाषण के बाद नारियल फोड़कर उत्पादन का कार्य शुरू किया गया.
ये भी पढ़ें: CTO to Kabribad Mines: कबरीबाद माइंस से शुरू होगा कोयला उत्पादन, पांच वर्ष बाद मिला सीटीओ
इस कार्यक्रम के दौरान विधायक सुदिव्य ने कहा कि माइंस को सीटीओ को दिलवाने में कड़ी मेहनत की गई. उन्होंने कहा प्रयास कई महीनों से चल रहा था और वे जब भी इस क्षेत्र में आते तो लोगों की निगाहें उन्हें काफी उम्मीद से देखती थी. इस उम्मीद को जिंदा रखने के लिए सीटीओ दिलवाने में वे लगे रहे. उन्होंने कहा कि अब इस क्षेत्र में कई विकास कार्य को पूर्ण करवाने का जिम्मा सीसीएल प्रबंधन का है.
रोजगार को मिलेगा बढ़ावा: डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि इस माइंस के शुरू होने से निश्चित तौर पर रोजगार को बढ़ावा मिलेगा. आगे गिरिडीह माइंस के क्रियान्वयन को लेकर कोलियरी प्रबंधन से बात की जाएगी ताकि रोजगार का ज्यादा से ज्यादा सृजन हो सके.
नुकसान से बाहर लाना पहला लक्ष्य: महाप्रबंधक एमके अग्रवाल ने कहा कि यह परियोजना 150 करोड़ के नुकसान पर है. इस नुकसान से कोलियरी को बाहर निकालना पहला लक्ष्य है. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा कोयला का उत्पादन करना होगा. कोल इंडिया के कर्मी इस कार्य को निश्चित तौर पर पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द कोलियरी को लाभ में लाना है. क्षेत्र के कल्याण का काम भी होगा. कोयला की चोरी की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन के साथ साथ स्थानीय लोगों के सहयोग की भी आवश्यकता है.
जमकर हुई आतिशबाजी: इधर नारियल फोड़े जाने के बाद लोगों ने जिंदाबाद के खूब नारे लगाए. जमकर आतिशबाजी हुई. कई लोग नृत्य करते भी दिखे. इस दौरान सीसीएल के प्रतुल कुमार, अनिल पासवान, शम्मी कपूर, राजवर्धन, जीएन बेले, प्रशांत सिंह समेत कई अधिकारी और मजदूर नेता भी मौजूद थे.